डॉक्टरों की 24 मांगें मंजूर, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री को भरोसा कल तक लौटेंगे काम पर

दिल्‍ली सरकार ने हड़ताल पर गए रेजिडेंट डाक्‍टरों पर एस्‍मा लगा दिया है। तमाम कोशिशों के बावजूद जब डाक्‍टर काम पर नहीं लौटे तो सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए एस्‍मा लगा दिया है। इसी बीच दिल्‍ली के सवास्‍थ्‍य मंत्री सत्‍येंद्र जैन ने कहा है कि डाक्‍टरों की 24

By JP YadavEdited By: Publish:Tue, 23 Jun 2015 08:46 AM (IST) Updated:Tue, 23 Jun 2015 08:19 PM (IST)
डॉक्टरों  की 24 मांगें मंजूर, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री को भरोसा कल तक लौटेंगे काम पर

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने हड़ताल पर गए रेजिडेंट डाक्टरों पर एस्मा लगा दिया है। तमाम कोशिशों के बावजूद जब डाक्टर काम पर नहीं लौटे तो सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए एस्मा लगा दिया है। इसी बीच दिल्ली के सवास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि डाक्टरों की 24 मांगें मंजूर की जा चुकी हैं और जो बाकी हैं उन्हें 1-2 दिनों में मान लिया जाएगा। जैन ने भरोसा जताया कि बुधवार तक डाक्टरों की हड़ताल खत्म हो जानी चाहिए।

काम पर नहीं लौटे रेजिडेंट डॉक्टर, बेअसर रही सरकार की चेतावनी

दिल्ली सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद हड़ताल पर गए रेजिडेंट डाक्टर काम पर नहीं लौटे। हालांकि दिल्ली सरकार ने उनके 19 मांगे मान ली हैं, लेकिन डाक्टर सरकार से लिखित आश्वसन की मांग पर अड़े हैं। उधर, सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने साफ कर दिया है कि अगर डाक्टर काम पर नहीं लौटते तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

सुबह 11 बजे तक का था अल्टीमेटम

सरकार ने रेजिडेंट डॉक्टरों को अल्टीमेट देते हुए मंगलवार की सुबह 11 बजे तक काम पर लौटने को कहा था। अल्टीमेटम की समय सीमा खत्म होने के बाद भी रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। राजधानी दिल्ली के करीब 25 सरकारी अस्पतालों के 15 हजार रेजिडेंट डॉक्टरों का हड़ताल पर हैं। इससे मरीजों व तीमारदारों को दिक्कत पेश आ रही है। सैकड़ों मरीज ऑपरेशन के इंतजार में हैं।

डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज बेहाल, डॉक्टरों से मिले दिल्ली से स्वास्थ्य मंत्री

वहीं, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि डॉक्टरों की मांगें जायज हैं। इस बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता है, लेकिन डॉक्टरों को भी सरकार का सहयोग करना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने भी केजरीवाल की हां में हां मिलाते हुए कहा कि हमने रेजिडेंट डॉक्टरों की 19 मांगें मान ली हैं। इसी के साथ उन्होंने केंद्र सरकार और दिल्ली नगर निगम को भी डॉक्टरों की मांग पर गौर करने के लिए कहा है।

दिल्ली सरकार ने सोमवार को ही डॉक्टरों की एसोसिएशन की सारी बातें मान ली थीं, लेकिन हड़ताल खत्म नहीं हुई है। ऐसे में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने इस आशय का संकेत दिया है कि अगर रेजिडेंट डॉक्टर काम पर नहीं लौटे तो उन पर कार्रवाई की जा सकती है।

सोमवार से शुरू हुई हड़ताल ने मरीजों को बेहाल कर दिया है। ओपीडी ठप रहने के साथ सैकड़ों ऑपरेशन टाल दिए गए हैं। चरमराई चिकित्सा व्यवस्था के मद्देनजर सोमवार को ही दिल्ली सरकार हड़ताल समाप्त करने में जुट गई थी।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की डॉक्टरों के साथ बातचीत हुई थी, जिसमें सरकार ने उनकी सभी 24 मांगों को लिखित रूप से मान लिया था, लेकिन रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का एलान नहीं किया था।

अस्पतालों में दवाओं व चिकित्सा सुविधाओं की कमी के खिलाफ और डॉक्टरों की सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग को लेकर दिल्ली सरकार के करीब 22 सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सोमवार को हड़ताल शुरू कर दी थी।

उनके समर्थन में सफदरजंग, आरएमएल अस्पताल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी हड़ताल में शामिल हो गए थे। ज्यादातर अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप हो गई है। कुछ जगहों पर इमरजेंसी सेवा भी प्रभावित हुई है।

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