प्रचार-प्रसार से ही जनसंख्या नियोजन के लिए लोग होंगे जागरूक : डॉक्टर मनीष जैन

समाज में निज स्वार्थ के लिए काम करने वालों की कमी नहीं है, लेकिन नि:स्वार्थ सेवा भाव से दूसरों के लिए काम करने वाले लोग चंद ही मिलते है। उन चंद लोगों में से एक हैं दिलशाद गार्डन में रहने वाले मनीष जैन। मनीष पेश से डॉक्टर हैं। डॉक्टर को भगवान दूसरा रूप कहा जाता है , जो दूसरे लोगों की जान बचाता है। देश में रहने वाले लोगों ने वह दिन भी देखे हैं जब बेटियों को मां की कोख में ही मार दिया जाता था या जन्म देने के बाद ¨जदा दबा दिया जाता था। हालांकि वर्तमान समय में यह चीजे अब भी होती है, लेकिन पहले के मुकाबले कम। भ्रूण हत्या को जड़ से खत्म करने के लिए मनीष जैन ने बीड़ा उठाया हुआ है। भले ही केंद्र सरकार ने स

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 09:51 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 09:51 PM (IST)
प्रचार-प्रसार से ही जनसंख्या नियोजन के लिए लोग होंगे जागरूक : डॉक्टर मनीष जैन
प्रचार-प्रसार से ही जनसंख्या नियोजन के लिए लोग होंगे जागरूक : डॉक्टर मनीष जैन

फोटो संख्या- 23 ईएनडी 604

पुष्पेंद्र कुमार, पूर्वी दिल्ली: समाज में निज स्वार्थ के लिए काम करने वालों की कमी नहीं है, लेकिन नि:स्वार्थ सेवा भाव से दूसरों के लिए काम करने वाले चंद लोग ही मिलते हैं। उनमें से एक हैं दिलशाद गार्डन में रहने वाले मनीष जैन। मनीष पेशे से डॉक्टर हैं। डॉक्टर को भगवान दूसरा रूप कहा जाता है, जो लोगों की जान बचाता है। लोगों ने वह दिन भी देखे हैं, जब बेटियों को मां की कोख में ही मार दिया जाता था या जन्म देने के बाद ¨जदा दबा दिया जाता था। हालांकि वर्तमान में यह चीजें अब भी होती हैं, लेकिन पहले के मुकाबले कम। भ्रूण हत्या को जड़ से खत्म करने के लिए मनीष जैन ने बीड़ा उठाया हुआ है।

भले ही केंद्र सरकार ने सत्ता में आने के बाद बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया हो, लेकिन इससे पहले ही मनीष बेटियों के लिए इस अभियान को शुरू कर चुके थे। मनीष न केवल भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान चला रहे हैं, साथ ही लोगों को बेटियों को शिक्षित बनाने की अपील भी कर रहे हैं। लोगों को बता रहे हैं कि भ्रूण हत्या करने पर कानून क्या सजा देता है। मनीष बताते हैं कि अस्पताल में ड्यूटी पूरी करने के बाद वह इस काम में जुट जाते हैं। उन्होंने यूथ अगेंस्ट क्राइम नाम की एक संस्था भी बनाई हुई है। इसके बैनर तले वह जागरूकता कार्यक्रम करते हैं। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में ¨लगानुपात आज भी काफी बड़ी समस्या है। साथ ही कन्या भ्रूण हत्या, बेरोजगारी, जनसंख्या वृद्धि, गरीबी तो पूरे देश की समस्या है। उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियोजन जागरूकता के माध्यम से ही हो सकता है। देश में जनसंख्या वृद्धि लगातार हो रही है, संसाधन सीमित हैं। सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन यहां रहने वाले हर एक व्यक्ति को देश व क्षेत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। उन्होंने कहा वह इस विषय पर लोगों को जागरूक करने के लिए सभाएं, नुक्कड़ नाटक समेत कई गतिविधियां करते हैं।

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