विवाह समारोहों में DJ व पटाखों पर सख्त हुआ NGT, केंद्र व राज्य से मांगा जवाब
शादी-समारोह के दौरान पटाखे फोड़ने से होने वाले प्रदूषण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सख्त रुख अपना लिया है। इस बाबत एनजीटी ने याचिका पर दिल्ली सरकार के साथ केंद्र सरकार को भी नोटिस जारी किया है।
नई दिल्ली। शादी-समारोह के दौरान पटाखे फोड़ने DJ से होने वाले प्रदूषण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सख्त रुख अपना लिया है। इस बाबत एनजीटी ने याचिका पर दिल्ली सरकार के साथ केंद्र सरकार को भी नोटिस जारी किया है।
याचिकाकर्ता वेदपाल लोहिया का कहना है कि शादी-समारोह के दौरान पटाखों के अलावा बैंड-बाजों के बजने से ध्वनि प्रदूषण पैदा होता है। इस दौरान डीजे बहुत तेज में आवाज में बजाया जाता है, खासकर खुले स्थानों पर। इतना ही नहीं, बरात गुजरने के दौरान सड़कों पर भीषण जाम भी लग जाता है।
वेदपाल ने याचिका में यह भी कहा है कि बरात गुजरने के दौरान कई किलोमीटर तक लाइटिंग की जाती है। जनरेटर लेकर चलने वाले सड़कों को घेरकर चलते हैं। वहीं, जनरेटर से ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा मिलता है। कई विवाह-समारोह में तो हजारों की संख्या में बराती-घराती होते हैं, जिससे भीषण जाम लग जाता है।
इस दौरान बड़ी संख्या में खाना भी बेकार होता है। जिस देश में करोड़ों लोग रोजाना खाने के अभाव में भूखे पेट सोते हों, वहां यह सब दुखद है। वेदपाल की याचिका पर दिल्ली व केंद्र सरकार को जवाब देना होगा।