किसानों के बाद अब छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- कम करें बेरोजगारी

स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के कार्यकाल में हर वर्ग पहले से ज्यादा असुरक्षित हुआ है। 2019 के चुनाव में किसानों और नौजवान सरकार को चुनौती देंगे।

By Edited By: Publish:Thu, 07 Feb 2019 08:52 PM (IST) Updated:Thu, 07 Feb 2019 09:30 PM (IST)
किसानों के बाद अब छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- कम करें बेरोजगारी
किसानों के बाद अब छात्रों ने केंद्र सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- कम करें बेरोजगारी

नई दिल्ली, जेएनएन। अपनी मांगों को लेकर बृहस्पतिवार को देश के विभिन्न राज्यों से छात्र व सामाजिक कार्यकर्ता लाल किले पर जुटे। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हजारों की संख्या में जुटे लोगों ने यंग इंडिया मार्च के दौरान जंतर-मंतर तक पैदल मार्च किया। दिन में 11 बजे से ही लाल किले के सामने प्रदर्शनकारियों ने जुटना शुरू कर दिया था।

दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू, जामिया समेत अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक के जरिए रोष जताया। युवाओं ने शिक्षा के व्यावसायीकरण, रोजगार के निरंतर घटते अवसर व प्रतियोगी परीक्षाओं में अनियमितताओं व भ्रष्टाचार को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

उन्हें समर्थन देते हुए स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि केंद्र सरकार के कार्यकाल में हर वर्ग पहले से ज्यादा असुरक्षित हुआ है। सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए धर्म के ध्रुवीकरण का सहारा ले रही है। सरकार की पूरी कोशिश है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में किसानों और नौजवानों का मुद्दा न उठाया जाए।

किसानों ने अपने संघर्ष से सरकार को झुकने पर मजबूर किया है, अब नौजवानों को ऐसा करना है। राष्ट्रव्यापी युवा आंदोलन (युवा हल्लाबोल) का नेतृत्व कर रहे अनुपम ने कहा ने कहा कि देश बेरोजगारी संकट से गुजर रहा है। युवा केवल विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि वे ठोस विकल्प भी पेश कर रहे हैं।

युवाओं ने परीक्षाओं में धांधली रोकने व पारदर्शी बनाने के लिए मॉडल एग्जाम कोड तैयार किया है। वहीं, लाल किले से जंतर-मंतर तक आयोजित छात्रों के मार्च से पुरानी व नई दिल्ली के इलाकों में जाम लगा। लोग काफी देर तक जाम में फंसे रहे। मार्च गुजरने के काफी देर बाद तक यातायात पुलिसकर्मी स्थिति सामान्य करने में लगे रहे।

मार्च को लेकर पुलिस ने पहले ही तैयारी कर ली थी। लाल किले से लेकर दिल्ली गेट होते हुए महाराजा रणजीत सिंह फ्लाईओवर व जंतर-मंतर तक जगह-जगह अर्धसैनिक सुरक्षा बल के साथ यातायात पुलिस के जवान तैनात थे। सुबह 10 बजे ही पुलिस ने लाल किले से दिल्ली गेट की ओर जाने वाला रास्ता बंद कर दिया था। इस वजह से कश्मीरी गेट से लाल किले की ओर वाले मार्ग पर जाम की स्थिति बन गई थी।

लोथियन पुल से बसों व अन्य वाहनों को रिंग रोड की ओर डायवर्ट किया जा रहा था। इस कारण दरियागंज व दिल्ली गेट जाने वालों को काफी परेशानी हुई। दिल्ली गेट तक पहुंचने के लिए लोगों को रिंग रोड से घूमकर जाना पड़ रहा था। दिल्ली गेट पर मार्च पहुंचने के दौरान तुर्कमान गेट की ओर से आने वाले यातायात के साथ सभी मार्गों पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

इसके बाद दिल्ली गेट पर भी जाम की स्थिति बन गई थी। इस तरह की स्थिति रामलीला मैदान के पास भी देखने को मिली। लुटियंस दिल्ली में मार्च के प्रवेश के दौरान यातायात लगभग 15 मिनट तक बाधित रहा। इससे कनॉट प्लेस में वाहनों की कतार लग गई। पुलिस के आला अधिकारी स्थिति को संभाले हुए थे। मार्च के समाप्त होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।

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