विश्व शेर दिवस : लोगों ने शेर के बारे में जाना, पूछा- बाड़े में आखिर क्यों लटकाते हैं बोरी
चिड़ियाघर में विश्व शेर दिवस मना इस दौरान कीपर और अधिकारियों ने शेरों के बारे में जानकारी दी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी के चिड़ियाघर में सोमवार को विश्व शेर दिवस मनाया गया। इस दौरान चिडि़याघर के कीपर और अधिकारियों ने शेरों के बारे में चिडि़याघर के अन्य कर्मचारियों को जानकारी दी। कीपर रामकेश ने अधिकारियों और कर्मचारियों को बताया कि शेर के बाड़े में आकर उनकी हर छोटी-बड़ी जानकारी रखना नैतिक कर्तव्य है।
आंखों से समझते हैं शेर की तबियत
उन्होंने कहा कि वे सुबह आते ही सबसे पहले शेर को देखते हैं और उसका खाना देखते हैं कि उसने खाया या नहीं। उन्होंने शेरों के बारे में बताते हुए कहा कि शेर की आंख में एक अलग तरह की चमक होती है, जो बताती है कि उसकी तबियत कैसी है? शेर जंगल में अलग तरह से रहता है और चिडि़याघर में अलग तरह से रहता है।
शेर का खयाल रखना बड़ी जिम्मेदारी
ऐसे में अब उनका खयाल रखना चिडि़याघर के लिए बड़ी जिम्मेदारी बन जाती है। उन्होंने बताया कि उन्होंने एक वर्कशॉप लेने के बाद शेर के बाड़े में एक बोरी लटका दी है, जिससे शेर उसके साथ खेलता है और खुश रहता है। कीपर विनोद ने बताया कि जानवर का खुश रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि शेर जैसे जानवर का एक चिडि़याघर से दूसरे चिडि़याघर ले जाना बहुत मुश्किल कार्य होता है।
कोरोना के कारण बाहरी लोग नहीं आ सके
वहीं, इस मौके पर चिडि़याघर के निदेशक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि शेर की जानकारी देने के लिए कीपर को बोलने का मौका दिया गया है, ताकि वह लोगों को बेहतर तरीके से इस बारे में बता सके। इस दौरान उन्होंने कीपर व कर्मचारियों से उनके सुझाव भी जाने। उन्होंने बताया कि हर साल लोग शेर दिवस के कार्यक्रम में हिस्सा लेते थे, लेकिन इस साल कोरोना होने के कारण बाहरी लोग चिड़ियाघर में नहीं आ सके। इसके चलते बाहरी लोगों के लिए ऑनलाइन पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें बच्चों से लेकर बड़ों ने हिस्सा लिया।