हिंदूू देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने के आरोप में नामी यूनिवर्सिटी का अफसर घिरा

जीबीयू के रजिस्ट्रार का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।

By JP YadavEdited By: Publish:Tue, 29 Aug 2017 03:15 PM (IST) Updated:Tue, 29 Aug 2017 04:30 PM (IST)
हिंदूू देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने के आरोप में नामी यूनिवर्सिटी का अफसर घिरा
हिंदूू देवी-देवताओं पर टिप्पणी करने के आरोप में नामी यूनिवर्सिटी का अफसर घिरा

नोएडा (प्रवीण विक्रम सिंह)। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (GBU) में तैनात एक अधिकारी पर महिला प्रोफेसर ने मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला प्रोफेसर ने आरोप लगाया है कि वह एक माह से उत्पीड़न कर रहा है। आरोपी जबरन प्रोफेसर पर दलित पार्टी का समर्थन करने का दबाव बनाता है। ऐसा नहीं करने पर उसको नौकरी से निकालने की धमकी देता है। आरोप यह भी है कि वह हिंदूू देवी-देवताओं पर टिप्पणी भी करता है।

कई बार आरोपी ने प्रोफेसर पर दबाव बनाया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रचार करे। आरोपी कहता है कि एंटी मोदी बनने पर ही उसकी नौकरी सुरक्षित है। पीड़िता ने इस मामले में विवि के कुलपति डा. जेपी शर्मा से लिखित शिकायत की है। कुलपति ने मामले की जांच रजिस्ट्रार अशोक कुमार सिंह को सौंपी है।

में कार्यरत एक अधिकारी पर महिला प्रोफेसर ने मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। आरोप है कि एक अधिकारी अपने मन मुताबिक काम नहीं होने पर महिला प्रोफेसर से अपशब्द कहता है। पीड़िता का आरोप है कि पिछले एक माह से लगातार अधिकारी एंटी मोदी और बीएसपी के समर्थन में बात करने का दबाव बना रहा है।

ऐसा नहीं करने पर उसको जबरन छुट्टी होने के बाद स्कूल ऑफ आइसीटी में रोका जाता है। महिला प्रोफेसर ने बताया कि ऐसे माहौल में उसके लिए शैक्षिक संस्थान में कार्य करना मुश्किल होता जा रहा है।

ऐसे में अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। यदि विवि प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करता है तो पीड़ित पुलिस और कोर्ट का रुख करेगी। वहीं उस अधिकारी पर पहले भी कई बार आरोप लग चुके है।

बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू

अधिकारी के खिलाफ लिखित शिकायत मिलने पर बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जांच अधिकारी रजिस्ट्रार अशोक कुमार सिंह ने दोनों पक्ष के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए है। इस मामले में उन लोगों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे, जिन्होंने पहले उक्त अधिकारी की शिकायत की थी।

जीबीयू के रजिस्ट्रार अशोक कुमार सिंह का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है। साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। साक्ष्य के आधार पर ही मामले में कार्रवाई की जाएगी। 

औद्योगिक विकास राज्य मंत्री सुरेश राणा का कहना है कि जीबीयू की शिकायत कई बार मिल चुकी है। वहां कार्यरत कुछ लोग पूरा माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं। इस संबंध में डीएम-एसएसपी को नजर रखने के लिए कहा गया है। शिकायत के आधार पर अधिकारी कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे।  

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