Jahangirpuri Violence Update: दिल्ली पुलिस को मिली एक और कामयाबी, 2 आरोपित गिरफ्तार; भीड़ में घुसकर हिंसा करने का है आरोप
Jahangirpuri Violence Update बाहरी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन पर हिंसा में शामिल होने का आरोप है।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। हनुमान जन्मोत्सव पर 16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की कार्रवाई जारी है। इस बीच जहांगीरपुरी में शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने हिंसा मामले में पहचाने गए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान जफर और बाबुद्दीन के रूप में हुई है।
इन दोनों पर आरोप है कि हनुमान जयंती पर निकली गई शोभा यात्रा के दौरान जुलूस पर दोनों ने कांच की बोतलों से हमला किया था। वीडियो फुटेज से पता चला है कि इन दोनों ने हिंसा के दौरान तलवार लहराई थीं।
मिली जानकारी के मुताबिक, 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हुई हिंसा में दोनों आरोपित रिश्ते में भाई हैं। दोनों पर आरोप है कि दोनों पूरी तैयारी के साथ भीड़ में शामिल हुए और इसके बाद न केवल हिंसा की, बल्कि अपने कृत्य ने दूसरों को भी भड़काया।
यहां पर बता दें कि जहांगीरपुरी हिंसा में मुख्य आरोपित अंसार समेत 28 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। इनके अलावा, हिंसा में शामिल 3 नाबालिग भी पकड़े गए हैं, जो फिलहाल कानून के अनुसार बाल सुधार गृह में हैं।
जानें पूरा मामला
यहां पर बता दें कि 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देशभर में मनाया गया था। इस दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार (16 अप्रैल) को शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान अचानक भीड़ ने शोभा यात्रा में शामिल लोगों पर हमला बोल दिया। इससे पहले आपस में दो पक्षों की बहस भी हुई थी। इस हिंसा में 8 पुलिसकर्मी समेत 9 लोग घायल हुए थे।
गौरतलब है कि हिंसा के बाद जहांगीरपुरी इलाके में भारी संख्या में शनिवार (16 अप्रैल) से पुलिस बल तैनात हैं। बताया जा रहा है कि जब तक पूरी तरह से हालात सामान्य नहीं हो जाते हैं तब तक सुरक्षा बलों की तैनाती बरकरार रहेगी।
पकड़े गए आरोपितों के मोबाइल आइएफएसओ के पास भेजे
क्या जहांगीरपुरी ¨हसा सोची समझी साजिश थी, इस बात का पता लगाने के लिए गिरफ्तार आरोपितों के मोबाइल को स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक आपरेशन (आइएफएसओ) के पास भेज दिया गया है। इस यूनिट के पास ऐसे साफ्टवेयर हैं जिनकी मदद से फोन से डिलीट किए गए डाटा को रिस्टोर किया जा सकता है। मोबाइल की जांच से यह पता लग सकेगा कि इनके बीच किस तरह की बातें हुई थीं।