दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सीआरपीएफ ने तैनात की क्यूएटी टीम, जानिए क्या है इसकी खासियत

सीआरपीएफ के अधिकारियों के मुताबिक क्यूएटी को विशेष रूप से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के संरक्षण में गठित किया गया है। यह टीम केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर कार्य करेगी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 01:02 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 01:02 PM (IST)
दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सीआरपीएफ ने तैनात की क्यूएटी टीम, जानिए क्या है इसकी खासियत
अनुभवी कमांडो की त्वरित कार्रवाई टीम (क्यूएटी) का किया गया गठन।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आतंकवाद प्रभावित जम्मू और कश्मीर के अलावा नक्सल प्रभावित राज्यों में अपने सफल अभियान चला चुका केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अब देश की राजधानी दिल्ली में भी अपने अनुभव से आतंकी गतिविधियों आदि से निपटेगा। बल के 50 अनुभवी कमांडो की त्वरित कार्रवाई टीम (क्यूएटी) की तैनाती अब दिल्ली में की जाएगी। टीम दिल्ली में किसी भी तरह के आतंकी हमलों और इससे संबंधित गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

कमांडो अनुभवी होने के साथ ही आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित हैं और राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित हैं। सीआरपीएफ के अधिकारियों के मुताबिक, क्यूएटी को विशेष रूप से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के संरक्षण में गठित किया गया है। यह टीम केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर कार्य करेगी। सूत्रों के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर टीम को अलग-अलग स्थानों पर तैनात भी किया जाएगा। इसको लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो ने सीआरपीएफ की टीम की तैनाती करने की मांग पहले ही की थी।

ये है खासियत

- सभी कमांडो को लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-कायदा जैसे कई पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से निपटने का अनुभव है। इसके साथ ही नक्सली आपरेशन में गुरिल्ला युद्ध का भी अनुभव है।

- शहरों में काम करने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया गया है। भीड़-भाड़ वाली जगहों और ऊंची इमारतों में आपातकालीन स्थितियों से निपटने का अनुभव है।

- टीम के सदस्य अत्याधुनिक हथियारों को चलाने के साथ ही अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, नाइट विजन चश्मा, रडार और इन-वाल स्कैनर से लैस हैं। लोगों को बंधक बनाए जाने की स्थिति में यह टीम काम करेगी।

- टीम को आतंकी या फिदायीन हमले की स्थिति में स्थानीय पुलिस की सहायता के लिए मांगा जा सकता है। किसी व्यक्ति पर हमले या फिर ऐसे संस्थान जिन्हें सीआरपीएफ सुरक्षा मुहैया कराती है, उनमें जरूरत पड़ने पर टीम काम करेगी।

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