गुजरात का ठग दिल्‍ली-NCR के लोगों को फर्जी मेल कर मुंबई मंगाता था पैसा, एक चूक से खुल गया राज

अमरनाथ शुक्ला ने एक लाख रुपये उक्त खाते में स्थानांतरित कर दिए थे। इसके बाद उन्हें पता चला कि निदेशक की ई-मेल फर्जी है। शिकायत के बाद सदर बाजार थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर ठग की तलाश शुरू की।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 19 Oct 2020 06:02 PM (IST) Updated:Mon, 19 Oct 2020 06:02 PM (IST)
गुजरात का ठग दिल्‍ली-NCR के लोगों को फर्जी मेल कर मुंबई मंगाता था पैसा, एक चूक से खुल गया राज
आरोपित की पहचान गुजरात निवासी तेजस यशवंत परमार के रूप में हुई है।

नई दिल्ली, संतोष शर्मा। सदर बाजार थाना पुलिस ने बहुराष्ट्रीय अथवा बड़ी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों की ईमेल आईडी हैक कर ठगी करने वाले को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है। आरोपित फर्जी ईमेल से कंपनी के अकाउंटेंट को अपने खाते में रुपये भेजने का आदेश देता था। आरोपित की पहचान गुजरात निवासी तेजस यशवंत परमार के रूप में हुई है। ठग की गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली और गुरुग्राम में हुई ठगी के दो मामले सुलझा लिए हैं।

और साथियों की तलाश जारी

पुलिस अब आरोपित के अन्य साथियों की तलाश कर रही है। उत्तरी जिले के डीसीपी एंटो अल्फोंस ने बताया कि एक बड़े ऑप्टिकल फर्म के अकाउंट मैनेजर अमरनाथ शुक्ला ने ठगी की शिकायत पुलिस में की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि गत वर्ष कंपनी के निदेशक की आधिकारिक मेल आईडी से उनके पास एक मेल आई थी। निदेशक ने मेल में तेजस परमार नाम के शख्स के बैंक खाते में पांच लाख नब्बे हजार रुपये भेजने का निर्देश दिया था।

करीब दो लाख भेजने के बाद पता चला मेल है फर्जी

अमरनाथ शुक्ला ने एक लाख रुपये उक्त खाते में स्थानांतरित कर दिए थे। इसके बाद उन्हें पता चला कि निदेशक की ई-मेल फर्जी है। शिकायत के बाद सदर बाजार थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर ठग की तलाश शुरू की। सदर बाजार एसीपी नीरज कुमार की टीम ने जिस खाते में रुपये भेजे गए थे उसकी जानकारी निकाली तो वह मुंबई के विरार पश्चिम निवासी एक शख्स का निकला।

मुंबई में छापा मारने पर नहीं मिला कोई

उक्त पत्ते पर छापा मारने पर पता चला कि वहां कोई अन्य किराएदार रह रहा है। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह आरोपित के पिता के पैन नंबर से आरोपित के पैन कार्ड की जानकारी जुटा ली। वहीं, उसका उसका निजी मोबाइल नंबर भी प्राप्त हो गया। इसके बाद पुलिस ने कॉल डाटा रिकार्ड (सीडीआर) की मदद से ठग की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की। उसकी लोकेशन गुड़गांव के सेक्टर 53 पाए जाने के बाद पुलिस ने तेजस यशवंत परमार को गिरफ्तार कर लिया।

दूसरे के अकाउंट का इस्‍तेमाल कर मंगाता था पैसा

पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह ठग गिरोह का सक्रिय सदस्य है। ठगी के रुपये वह विनायक नाम के शक्स द्वारा प्रदान किए गए बैंक खाते में मंगवाता था। इसके बदले वह विनायक को ठगी गई राशि का पांच फीसद दे देता था। पुलिस गिरोह द्वारा की गई ठगी के अन्य मामले की जानकारी जुटा रही है।

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