Delhi Crime: नौकरी का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले तीन लोग गिरफ्तार

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे विभिन्न जॉब पोर्टलों से नौकरी चाहने वालों का डाटा प्राप्त कर उनसे संपर्क करते थे। बाद में उन्हें अच्छी नौकरी का झांसा देकर उनसे अलग-अलग बहाने से रुपये ठग लेते थे।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Wed, 23 Dec 2020 06:36 AM (IST) Updated:Wed, 23 Dec 2020 11:37 AM (IST)
Delhi Crime: नौकरी का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले तीन लोग गिरफ्तार
दस्तावेजों का सत्यापन और साक्षात्कार के नाम पर ठगते थे रुपये

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नौकरी का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करने वाले कॉल सेंटर संचालक सहित तीन ठगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में दो महिला है। आरोपित लक्ष्मी नगर स्थित कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को ठग रहे थे। आरोपितों की पहचान मास्टरमाइंड अमित कुमार व भावना और मेघा के रूप में हुई है। वे युवक व युवतियों से पंजीकरण शुल्क, दस्तावेजों का सत्यापन और फर्जी साक्षात्कार के नाम रुपये ले उनसे संपर्क खत्म कर देते थे। आरोपित अब तक 250 से अधिक लोगों से 75 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर चुके हैं।

क्राइम ब्रांच के डीसीपी अन्येष राय ने बताया कि एक युवती ने पुलिस में ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने बताया कि उन्होंने एक जॉब पोर्टल पर बैंक की नौकरी की लिए पंजीकरण किया था। इसी बीच खुद को प्लेसमेंट एजेंसी वाला बता एक व्यक्ति से उनसे संपर्क किया। उसने एक बहु-राष्ट्रीय बैंक में नौकरी के झांसा दे पंजीकरण शुल्क और साक्षात्कार के नाम पर उनसे 1.34 लाख रुपये ठग लिए। बाद में आरोपितों ने फोन करना बंद कर दिया। शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस की टीम ने तकनिकी सर्विलांस से पहचान कर लक्ष्मी नगर स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारा।

बाद में वहां से संचालक अमित कुमार सहित उसकी दो सहयोगियों भावना और मेघा को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे विभिन्न जॉब पोर्टलों से नौकरी चाहने वालों का डाटा प्राप्त कर उनसे संपर्क करते थे। बाद में उन्हें अच्छी नौकरी का झांसा देकर उनसे अलग-अलग बहाने से रुपये ठग लेते थे। मुख्य आरोपित अमित ग्रेटर नोएडा के एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर की पढ़ाई कर रखी है। वर्ष 2018 में वह ठगी करने वालों के संपर्क में आया था। जिसके बाद जल्द रुपया कमाने के चक्कर में उसने अपना कॉल सेंटर खोल ठगी करनी शुरू कर दी थी। पुलिस अब डिजिटल सबूतों के आधार पर अन्य पीड़ितों की पहचान में जुट गई है।

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