नाम स्पेशल पर चाल फिसड्डी, प्लेटफॉर्म पर घंटों इंतजार कर रहे मुसाफ‍िर

त्योहार में चलने वाली ये ट्रेनें सिर्फ नाम का स्पेशल रह गई हैं। न तो इनके चलने का समय है और न गंतव्य पर पहुंचने का।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Sat, 30 Sep 2017 11:45 AM (IST) Updated:Sun, 01 Oct 2017 07:33 AM (IST)
नाम स्पेशल पर चाल फिसड्डी, प्लेटफॉर्म पर घंटों इंतजार कर रहे मुसाफ‍िर
नाम स्पेशल पर चाल फिसड्डी, प्लेटफॉर्म पर घंटों इंतजार कर रहे मुसाफ‍िर

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। त्योहार के दिनों में यात्रियों को अपनों के पास पहुंचाने के लिए रेल प्रशासन विशेष ट्रेनें चला रहा है, लेकिन इन्हें समय पर चलाने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यही कारण है कि त्योहार में चलने वाली ये ट्रेनें सिर्फ नाम का स्पेशल रह गई हैं। न तो इनके चलने का समय है और न गंतव्य पर पहुंचने का। इन ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री बेहाल हैं। ट्रेन में पेंट्री कार नहीं होने से परेशानी और बढ़ जाती है, लोगों को खाने पीने का सामान खरीदने के लिए भटकना पड़ता है।

दशहरा, दिवाली और छठ के समय के लिए अधिकांश नियमित ट्रेनों में चार महीने पहले आरक्षण शुरू होते ही सीटें भर गईं थी। यात्रियों की परेशानी दूर करने के लिए इस बार त्योहार में चार हजार विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है। दावा किया जा रहा है कि इससे यात्रियों को सहुलियत हो रही है, लेकिन हकीकत कुछ और है।

यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी स्पेशल ट्रेनों की लेट लतीफी को लेकर है। ट्रेन की घोषणा करते समय इसके प्रस्थान और गंतव्य पर पहुंचने का समय तो बता दिया जाता है, लेकिन इसका पालन नहीं होता है। अधिकांश ट्रेनें समय पर नहीं खुलती हैं।

इन ट्रेनों में सफर करने वालों को पहले तो प्लेटफॉर्म पर कई घंटे इन्तजार करना पड़ता है। रेलवे की वेबसाइट पर और रेलवे स्टेशन पर इनके चलने का जो समय दिया जा रहा है उससे भी कई घंटे की देरी से रवाना हो रही हैं। स्टेशन से रवाना होने के बाद भी रास्ते में कहां खड़ी हो जाएगी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।

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स्पेशल ट्रेनों के चलने की यह है स्थिति

- 26 सितंबर को दरभंगा स्पेशल (04406) पुरानी दिल्ली से साढ़े तीन घंटे की देरी से रवाना हुई और दरभंगा 14.14 घंटे की देरी से पहुंची। वहीं, 28 सितंबर को यह ट्रेन पुरानी दिल्ली से पौने चार घंटे की देरी से रवाना हुई और दरभंगा पहुंचते-पहुंचते 11 घंटे लेट हो गई।

- 28 सितंबर को डिब्रूगढ़-फिरोजपुर स्पेशल (04973) लगभग साढ़े आठ घंटे की देरी से रवाना हुई और गतंव्य पर 11 घंटे की देरी से पहुंची।

- शुक्रवार को चलने वाली दिल्ली-बरौनी स्पेशल (04404) चार घंटे की देरी से रवाना हुईं। वहीं, भागलपुर-आनंद विहार स्पेशल (04001) पौने पांच घंटे, गया-आनंद विहार टर्मिनल स्पेशल (04043) साढ़े तीन घंटे, डिब्रूगढ़-पुरानी दिल्ली एसी स्पेशल (04405) सात घंटे और सहरसा-आनंद विहार स्पेशल (04423) घंटे की देरी से रवाना हुईं।

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