किचन में मौजूद ये मसाले इम्यून सिस्टम को करेंगे मजबूत, देंगे कई बीमारियों को मात

Home Remedies इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मेसी एंड लाइफ साइंस द्वारा किए गए एक रिसर्च के अनुसार अजवायन के बीज में काफी मात्रा में थाइमोल मौजूद होता है। इसे मुख्य तौर पर एंटीबैक्टीरिया के रूप में जाना जाता है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 12:22 PM (IST)
किचन में मौजूद ये मसाले इम्यून सिस्टम को करेंगे मजबूत, देंगे कई बीमारियों को मात
अजवायन में जुकाम, फ्लू और अन्य वायरल इंफेक्शन को दूर रखा जा सकता है।

नई दिल्‍ली, जेएनएन। देश में कोरोना संक्रमण के मामले दोबारा बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें खतरा अधिक है। चिकित्सकों के अनुसार इम्यूनिटी अच्छी हो तो फ्लू और वायरल से जुड़े दूसरे रोगों से भी बचा जा सकता है। ऐसे में सबसे पहले किचन में मौजूद मसालों की तरफ ध्यान देना चाहिए। ज्यादातर मसालों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं। इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ-साथ ये मसाले संक्रमण, गठिया जैसी कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद करते हैं...

हींग

हींग हमारे पाचन तंत्र को मजबूत करने का कार्य करती है। पेट में दर्द होने और पेट संबंधी अन्य बीमारियों में हींग को पानी में घोलकर पेट पर लगा देने से भी लाभ मिलता है। हींग में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो संक्रमण और दर्द की समस्या को दूर करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है। हींग में एंटीवायरल तत्व होते हैं, जो हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करते हैं। यह हमें फ्लू, सर्दी, खांसी, गले में खराश आदि से बचाने का काम करती है। इसमें एंटीबायोटिक व एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं।

हल्दी

प्राचीनकाल से हल्दी को एक चमत्कारिक पदार्थ के रूप में मान्यता प्राप्त है। औषधि ग्रंथों में इसे हल्दी के अतिरिक्त हरिद्रा, वरर्विणनी, गौरी, हरदल आदि नाम दिए गए हैं। आयुर्वेद में हल्दी को एक महत्वपूर्ण औषधि कहा गया है। भारतीय रसोई में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। र्धािमक रूप से भी इसको बहुत शुभ माना जाता है। यही नहीं जब कभी हमें चोट लगती है या हम सर्दी-जळ्काम से पीड़ित हो जाते हैं तो हल्दी वाला दूध पीने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हल्दी हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाकर हमें जल्दी ठीक होने में मदद करती है।

टेक्सास विश्वविद्यालय के एक शोध के मुताबिक हल्दी में मौजूद नारंगी-पीला घटक करक्यूमिन हमारे शरीर की कोशिकाओं के लिए महत्वपूर्ण एजेंट की तरह काम करता है। करक्यूमिन एलर्जी, अस्थमा, हृदयरोग, मधुमेह आदि के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। शोध-अध्ययनों के अनळ्सार हल्दी हमारे दिमाग के लिए भी बहळ्त फायदेमंद होती है। यह याददाश्त बढ़ाने का काम करती है साथ ही दिमाग के हार्मोंस का काफी सक्रिय रखती है।

अजवायन

इसका सेवन हमें कई रोगों से बचाता है। एसिडिटी व अपच की समस्या को दूर करने में अजवायन जादू की तरह काम करती है। पेट दर्द दूर करने में भी अजवायन बहुत कारगर है साथ ही ये इम्यूनिटी भी बढ़ाती है। यह हमें बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शंस से बचाने में सहायक होती है। अजवायन खाकर पानी पी सकती हैं या इसको पानी में उबालकर भी सेवन किया जा सकता है।

कालीमिर्च

सर्दी, खांसी और जुकाम से पीड़ित लोगों के लिए कालीमिर्च एक बेहतरीन औषधि के रूप में कार्य करती है। इसलिए भोजन बनाने में कालीमिर्च का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। आयुर्वेद में भी इसके सेवन से कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं के ठीक होने की बात कही गई है। सर्दी लगने पर शहद के साथ पिसी कालीमिर्च खानी चाहिए। कालीमिर्च शरीर में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को समाप्त करती है साथ ही यह हमारी आंतों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करने वाले गुड बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाती है। कालीमिर्च में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी फंगल और एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यूनिटी भी बूस्ट करते हैं। विभिन्न प्रकार के संक्रमण से बचने के लिए हर दिन दो-तीन कालीमिर्च का सेवन अवश्य करना चाहिए।

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