जल्द शुरू होगा दिल्ली-एसएनबी रैपिड रेल कारिडोर का निर्माण कार्य, केंद्र की मंजूरी का इंतजार

Haryana Rapid Rail दिल्ली-एसएनबी (शाहजहांपुर-नीमराणा-बहरोड) कारिडोर की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को दिल्ली हरियाणा और राजस्थान सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। अब यह केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। इसके निर्माण से दिल्ली हरियाणा और राजस्थान के लोगों को फायदा मिलेगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sat, 15 Jan 2022 08:41 AM (IST) Updated:Sat, 15 Jan 2022 08:41 AM (IST)
जल्द शुरू होगा दिल्ली-एसएनबी रैपिड रेल कारिडोर का निर्माण कार्य, केंद्र की मंजूरी का इंतजार
जल्द शुरू होगा दिल्ली-एसएनबी रैपिड रेल कारिडोर का निर्माण कार्य, केंद्र की मंजूरी का इंतजार

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]।  जहां दिल्ली-मेरठ कारिडोर पर कुछ ही माह में रैपिड रेल का ट्रायल रन शुरू हो जाएगा, वहीं दिल्ली-एसएनबी (शाहजहांपुर-नीमराणा-बहरोड) कारिडोर पर भी केंद्र की मंजूरी मिलने के तीन माह में निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा। इस बीच 107 किमी लंबे इस कारिडोर पर निर्माण पूर्व गतिविधियां प्रारंभ कर दी गई हैं। यह आरआरटीएस (रीजनल रेल ट्रांजिट सिस्टम) कारिडोर प्राथमिकता वाले तीन कारिडोर में से दूसरा है जिसे फेज एक में निर्मित किया जाना है।

गौरतलब है कि कारिडोर की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। अब यह केंद्र सरकार के पास विचाराधीन है। इस बीच समय का सदुपयोग करते हुए एनसीआर परिवहन निगम ने कारिडोर के मार्ग में बाधा बनने वाली जन सुविधाओं को वहां से हटाना प्रारंभ कर दिया है। कुछ जगहों पर जहां जरूरी था वहां, सड़कें भी चौड़ी की गई हैं। संबंधित विभागों से जरूरी अनुमति प्राप्त करने का कार्य भी चल रहा है। कारिडोर के लिए डिजाइन कंसल्टेंट की नियुक्ति कर ली गई है जबकि जनरल कंसल्टेंट की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है। कारिडोर के लिए मुख्य परियोजना प्रबंधक का कार्यालय गुरुग्राम और दिल्ली में स्थापित कर लिया गया है और इंजीनियरों की नियुक्ति भी कर ली गई है।

एक नजर में दिल्ली-एसएनबी कारिडोर

107 किमी लंबे दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी कारिडोर में 35 किमी का हिस्सा भमिगत होगा और इसमें पांच स्टेशन होंगे। शेष 71 किमी का भाग एलिवेटेड होगा और इसमें 11 स्टेशन बनेंगे। यह कारिडोर दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होगा और अन्य दो आरआरटीएस कारिडोर के साथ इंटरओपरेबल होगा जिसमे यात्रियों को एक कारिडोर से दूसरे कारिडोर मे जाने के लिए रेल बदलने की जरूरत नहीं होगी।

ये होंगे 16 स्टेशन  सराय काले खां आइएनए मुनिरका एरोसिटी उद्योग विहार सेक्टर 17 राजीव चौक खेड़कीदौला मानेसर पंचगांव बिलासपुर चौक धारूहेड़ा एमबीआइआर रेवाड़ी बावल एसएनबी

हरियाणा में 83 किमी, दिल्ली में 22 किमी, राजस्थान में 2 किमी होगा

एलिवेटेड : 70.5 किमी (हरियाणा-68.5 किमी और राजस्थान-2 किमी)

भूमिगत : 36.5 किमी (दिल्ली में 22.5 किमी, हरियाणा में 14 किमी)

आरआरटीएस ट्रेन की आरपरेशन स्पीड 160 किमी प्रति घंटा तथा औसत गति 100 किमी प्रति घंटा होगी और यह प्रत्येक 5-10 मिनट की आवृति पर उपलब्ध होगी।

वहीं, विनय कुमार सिंह (प्रबंध निदेशक, एनसीआर परिवहन निगम) का कहना है कि दिल्ली-एसएनबी कारिडोर के निर्माण कार्य की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। निर्माण कार्य पूर्व गतिविधियों पर कम चल रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही केंद्र सरकार की स्वीकृति भी मिल जाएगी। 

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