लाखों लोगों के लिए राहत भरी न्यूज, घर पर ही संपत्तिकर लेने आएगा दक्षिण दिल्ली नगर निगम

दक्षिण दिल्ली नगर निगम के संपत्तिकर विभाग के प्रस्ताव के मुताबिक वह निविदा के माध्यम से एक ऐसी कंपनी को यह काम सौंपना चाहता है जो निगम के नियम व शर्तों पर लोगों को घर पर जाकर ही संपत्तिकर जमा करने की सुविधा दे।

By JP YadavEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 11:41 AM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 11:41 AM (IST)
लाखों लोगों के लिए राहत भरी न्यूज, घर पर ही संपत्तिकर लेने आएगा दक्षिण दिल्ली नगर निगम
संपत्तिकर सेवा को डोर स्टेप डिलीवरी से जोड़ने की तैयारी।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम जल्द ही नागरिकों को बड़ी सहूलियत दे सकता है। निगम संपत्तिकर सेवा को डोर स्टेप डिलीवरी से जोड़ने का फैसला लेने जा रहा है। निगम के संपत्तिकर विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है, जिसके माध्यम से कर्मी घर पर जाएंगे और कुछ शुल्क लेकर मौके पर ही संपत्तिकर जमा कर देंगे। यह प्रस्ताव बुधवार को होने वाली स्थायी समिति की बैठक में आएगा। प्रस्ताव पारित होने के बाद संपत्तिकर डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से जुड़ने का रास्ता साफ हो जाएगा।

दक्षिण दिल्ली नगर निगम के संपत्तिकर विभाग के प्रस्ताव के मुताबिक, वह निविदा के माध्यम से एक ऐसी कंपनी को यह काम सौंपना चाहता है जो निगम के नियम व शर्तों पर लोगों को घर पर जाकर ही संपत्तिकर जमा करने की सुविधा दे। इसके लिए नागरिक अगर निगम को फोन करें तो यह कर्मी उनके घर जाएंगे। वहां पर संपत्ति की सारी जानकारी मौके पर ही लेकर संपत्तिकर जमा कर देंगे। भुगतान की पूरी प्रक्रिया होने पर नागरिक इसके एवज में सेवा शुल्क उस कंपनी को देंगे। निगम का यह प्रस्ताव उन नागरिकों को घर बैठे सेवा देने का है, जिनके पास समय का अभाव है। ऐसे में निगम खुद उनके घर से संपत्तिकर वसूलेगा।

निगम के एक अधिकारी के मुताबिक वैसे तो निगम ने ऑनलाइन संपत्तिकर जमा करने की प्रक्रिया वेबसाइट पर बहुत ही सरल तरीके से दे रखी है, लेकिन फिर भी हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग ऑफलाइन निगम के कार्यालयों में जाकर संपत्तिकर जमा कराते हैं। इस दौरान उनका कुछ न कुछ किराया भी लगाता है। ऐसे में नागरिक इस किराये में भी बचत भी कर सकते हैं और इससे कम शुल्क पर घर बैठे संपत्तिकर जमा कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि निगम के पास इस समय करीब 4.50 करोड़ संपत्तिकर दाता हैं। इससे निगमों को 800-900 करोड़ रुपये का संपत्तिकर आता है। निगम को यह भी उम्मीद है कि जब घर बैठे नागरिकों को संपत्तिकर जमा करने की सुविधा दी जाएगी तो इससे संपत्तिकर दाताओं में वृद्धि होगी।

135 से ज्यादा नहीं देना होगा शुल्क

निगम के मुताबिक संपत्तिकर जमा करने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद नागरिक इसके एवज में जो सेवा शुल्क देंगे, वह 135 रुपये ज्यादा नहीं होना चाहिए। हालांकि, निविदा में जो भी कंपनी 135 से कम शुल्क लेगी यह कार्य उसी कंपनी को दिया जाएगा।

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