इस पेड़ की छांव से है शाहरुख से लेकर शीला दीक्षित और मनोज तिवारी का खास रिश्ता

बीएम स्नैक्स कॉर्नर पर सिर्फ दिल्ली वाले ही नहीं आते बॉलीवुड के किंग खान भी इसके लजीज जायकों का सुस्वाद ले चुके हैं। परेश रावल नसीरुद्दीन शाह व राजबब्बर भी यहां खा चुके हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 02 Mar 2019 12:29 PM (IST) Updated:Sat, 02 Mar 2019 12:43 PM (IST)
इस पेड़ की छांव से है शाहरुख से लेकर शीला दीक्षित और मनोज तिवारी का खास रिश्ता
इस पेड़ की छांव से है शाहरुख से लेकर शीला दीक्षित और मनोज तिवारी का खास रिश्ता

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। दिल्ली का दिल अगर कनॉट प्लेस है तो मंडी हाउस भी कुछ कम नहीं। यहीं की सड़कों पर घूमते-दौड़ते कई कलाकार आज बॉलीवुड की शान बढ़ा रहे हैं। बेहद अनोखी है मंडी हाउस की दुनिया। नाटक के डायलॉग याद करते युवाओं की टोली है तो चंद कदमों पर राजनीतिक गतिविधियों पर अपने मंतव्य व्यक्त करने में मशगूल लोग भी हैं। कोई अपने घर-परिवार की बात कर रहा है तो कोई कला और संस्कृति की। कदम-कदम पर भावनाओं का ज्वार दुनियादारी के झंझावातों को भिगो देता है। जैसे-जैसे यहां लोगों की गतिविधियां बढ़ती जाती है, बाल मुकुंद के चेहरे भी खुशी से खिलने लगते हैं। हो भी क्यों न, उनके स्पेशल सब्जी वाले छोले और कढ़ी-चावल की डिमांड जो बढ़ जाती है। मंडी हाउस स्थित बीएम स्नैक्स कॉर्नर पर 1999 से कलाकारों का जमघट लगता रहा है। बॉलीवुड से लेकर सियासी गलियारे तक में यहां के कढ़ी-चावल के चर्चे हैं। क्या नेता क्या अभिनेता सब यहां के जायकों के दीवाने हैं।

ये लम्हा है खास

श्रीराम सेंटर के पास का नजारा दिल को छूने वाला होता है। हाथों में सिगरेट, चाय और समोसा लिए वाहनों के शोरशराबे से बेफिक्र कलाकार नाटक के डायलॉग कुछ यूं दोहराते हैं, मानो उन्हें देश-दुनिया की खबर ही नहीं। पर्ची में लिखे डॉयलाग से लेकर निर्देशक की झुंझलाहट और एक-एक सीन के लिए बार-बार रीटेक करते कलाकार वहां से गुजर रहे लोगों के लिए यह सब भले ही अचरज हो, लेकिन यह मुक्ताकाश उनके रंग-संसार का बेहतरीन स्थल है। कलाकारों का यह जमघट देख बाल मुकुंद भारद्वाज भी प्रसन्न हो जाते हैं। वे कहते हैं, यहां हर लम्हा बहुत ही खास होता है। जब आप कलाकारों को अभिनय की दुनिया में गोते लगाते देखते हैं तो खुद को भी बहुत संतुष्टि मिलती है। बीच-बीच में कलाकार  चाय, समोसा, कढ़ी-चावल खाने आते रहते हैं।

फाइन आर्ट के छात्रों का लगाव

फाइन आर्ट के छात्रों का तो यह पसंदीदा ठिकाना है। वे घंटों पेड़ की छांव में पालथी मारकर बैठ दुकान पर आने-जाने वाले लोगों का स्केच बनाने में मशगूल नजर आते हैं। अवंतिका कहती हैं कि हम दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में गए लेकिन यहां जैसा माहौल कहीं नहीं मिला। राजनीति से लेकर घर तक की बातें यहां सुनने को मिलती है। सबसे बड़ी बात कि ये सब गतिविधियां हमे एक बेहतरीन आब्जेक्ट मुहैया कराती हैं। हम यहां शाम के समय दो से तीन घंटा गुजारते हैं।  दुकान : बीएम स्नैक्स कॉर्नर  स्थान : मंडी हाउस  समय : रात दस बजे तक   नजदीकी मेट्रो स्टेशन : मंडी हाउस

किंग खान भी ले चुके हैं स्वाद

बीएम स्नैक्स कॉर्नर पर सिर्फ दिल्ली वाले ही नहीं आते, बॉलीवुड के किंग खान भी इसके लजीज जायकों का सुस्वाद ले चुके हैं। उनके अलावा परेश रावल, नसीरुद्दीन शाह, राजपाल यादव, राजबब्बर भी यहां खा चुके हैं। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) समेत कला-संस्कृति गतिविधियों का केंद्र होने के कारण यहां बड़ी संख्या में कलाकार आते हैं। अक्सर कलाकार यहां कढ़ी-चावल और समोसा सब्जी खाना पसंद करते हैं। इतना ही नहीं, राजनीतिक मोर्चेबंदी से इतर नेताओं का भी यह पसंदीदा ठिकाना है। यहां विभिन्न दलों के नेताओं को खाना खाते देखा जा सकता है। चाहे भाजपा के मनोज तिवारी हों या कांग्रेस की शीला दीक्षित और अजय माकन। सभी यहां की लजीजियत के दीवाने हैं।

1999 में खुली दुकान

बकौल बालमुकुंद सन् 1999 में उन्होंने यहां खाने की दुकान खोली थी। तब एकाध आइटम ही थे। समय के साथ डिश जुड़ते गए। यहां के समोसा में आज भी वही पुराना स्वाद बरकरार है। लोग यहां आलू की सब्जी के साथ समोसा खाना पसंद करते हैं। इसके अलावा 40 रुपये वाली थाली और कढ़ी चावल भी काफी पसंद की जाती है। सब्जी से लेकर कढ़ी तक में प्रयोग किया जाने वाला मसाला भी वे खुद बनाते हैं।

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