पढ़िए- दिल्ली के डेरे में ढोलक बजाने वाला आखिर कैसे बना 'ठग बाबा'

Candy Baba लोगों को पैसा दोगुना करने का लालच देने के अलावा कैंडी बाबा बंद अंधेरे कमरे में मोमबत्तियां जलाकर पैसों की बरसात करने का झांसा देता था।

By JP YadavEdited By: Publish:Thu, 11 Jun 2020 11:34 AM (IST) Updated:Fri, 12 Jun 2020 08:35 AM (IST)
पढ़िए- दिल्ली के डेरे में ढोलक बजाने वाला आखिर कैसे बना 'ठग बाबा'
पढ़िए- दिल्ली के डेरे में ढोलक बजाने वाला आखिर कैसे बना 'ठग बाबा'

फरीदाबाद [सुशील भाटिया/हरेंद्र नागर]। Candy Baba: लोगों की ठगने में माहिर कैंडी बाबा को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पता चला है कि शातिर कैंडी बाबा एक समय दिल्ली के डेरे में ठोलक बजाता था। इसके बाद एक दशक पहले वह हरियाणा के शरीफगढ़ चला गया। यहां पर उसने अपने आपको उस समय के चर्चित बाबा वड़भाग सिंह का शिष्य बताया। इसके बात शातिर ढंग से काम करना शुरू कर दिया। हद तो तब हो गई जब अनुयायी संतोख सिंह की हवेली पर कब्जा किया।

रहस्यमयी है कैंडी का डेरा

लोगों को पैसा दोगुना करने का लालच देने के अलावा वह बंद अंधेरे कमरे में मोमबत्तियां जलाकर पैसों की बरसात करने का झांसा देता था। रोहतक निवासी कृष्ण से उसने ऐसे ही ठगी की। पहले 10 रुपये के 140 रुपये बनाए और फिर 50 लाख रुपये मंगवाकर नोटों की बरसात करने का झांसा दिया। बाबा ने उसे अंधेरे कमरे में बुलाकर मोमबत्तियां जलाकर नोटों की बरसात की और नोट एकत्रित करने को कहा, जोकि बाद में मात्र 9.17 लाख निकले। बाद में बाबा ने कृष्ण से 40 लाख रुपये मंगवाए और करोड़ों की बरसात करने का झांसा दिया, लेकिन इसके बाद न कोई बरसात हुई और न कोई बाबा नजर आया। प्रदीप को दिया सस्ता सोना दिलाने का झांसा फरीदाबाद सेक्टर-17 निवासी प्रदीप को बाबा ने सस्ता सोना दिलाने का झांसा दिया था। दिसंबर 2018 में प्रदीप कैथल निवासी सुरेंद्र मलिक नाम के व्यक्ति के जरिये कैंडी बाबा से मिला।

आरोपित प्रदीप को दिल्ली एनसीआर के महंगे होटलों में ले गया। उनकी बातों में आकर प्रदीप ने सोना खरीदने के लिए 14 लाख रुपये दे दिए। दो दिन बाद आरोपितों ने एक लाख रुपये बढ़ाकर आरोपित को वापस दिए कि उसका सोना 15 लाख रुपये का बिका है। एक लाख रुपये अधिक मिलने से खुश प्रदीप उनके झांसे में आ गया और फिर दोस्तों, रिश्तेदारों से 1.40 करोड़ रुपये लेकर कैंडी बाबा और उसके सहयोगियों को दे दिए। इसके बाद न आरोपित मिले और ना सोना। तब प्रदीप ने पुलिस को शिकायत देकर मुकदमा दर्ज कराया।

कैंडी बाबा से चल रही लगातार पूछताछ

केके राव (पुलिस आयुक्त, फरीदाबाद) का कहना है कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है। उसके साथ जो भी लोग धोखाधड़ी में शामिल थे, उन्हें पकड़ा जाएगा। दूसरे जिलों की पुलिस को भी सूचित कर दिया है, ताकि वे अपने जिलों में दर्ज मुकदमों की जानकारी दे सकें।

नेता-अधिकारी तक को लगा चुका है चूना

अमीर हो या फिर गरीब, कैंडी बाबा ने हर किसी को ठगा है। यहां तक कि उसने नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों तक को चूना लगाया है। एक दफा कैंडी बाबा ने पंजाब अधिकारी को भी अपने जाल में फंसा लिया था। जब उसे ठगी का पता चला बाबा पर कार्रवाई। बाबा चार दिन तक जेल में रहा फिर पूरे पैसे वापस करने के बाद जेल से निकल सका।

यह भी जानिए

तकरीबन 14 साल पहले कैंडी बाबा दिल्ली के डेरे में ढोलक बजाता था। हरियाणा के शरीफगढ़ पहुंचा और अपने एक अनुयायी की कोठी पर कब्जा कर आश्रम बना लिया। यहां टॉफी बांटकर भूत-प्रेत का इलाज करने लगा, लोग विश्वास भी करने लगे। ऐसे में उसका नाम नाम कैंडी बाबा पड़ गया। राजेश  उर्फ कैंडी के खिलाफ हरियाणा और पंजाब में मिलाकर 26 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुमान के अनुसार कैंडी ने अबतक 100 करोड़ से अधिक की राशि लोगों से ठगी है।

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