2019 में पहली बार बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिये- अपने शहर का हाल

नए साल 2019 में पहली बार दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों में इजाफा हुआ है।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 07 Jan 2019 08:39 AM (IST) Updated:Mon, 07 Jan 2019 09:45 AM (IST)
2019 में पहली बार बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिये- अपने शहर का हाल
2019 में पहली बार बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिये- अपने शहर का हाल

नई दिल्ली, जेएनएन। नए साल 2019 में पहली बार दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में पेट्रोल-डीजल के दामों में मामूली इजाफा हुआ है। कंपनियों के मुताबिक, तेल के दामोें में इजाफे के बाद दिल्ली में पेट्रोल 68.50 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है तो डीजल 62.24 रुपये प्रति लीटर। इससे पहले रविवार को दिल्ली में पेट्रोल का दाम 68.29 रुपये था। वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल की कीमत 74.16 तो डीजल के दाम 65.12 रुपये प्रति लीटर हैं। बता दें कि 16 जून से पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन अंतरराष्ट्रीय मार्केट के हिसाब से बदल रही हैं।

बेंगलुरु में पेट्रोल का दाम सोमवार 70.74 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल 64.28 रुपये में बिक रहा है। 

हर दिन पेट्रोल की कीमतों में हो रहे बदलाव के चलते लखनऊ में सोमवार पेट्रोल के दाम 68.53 रुपये प्रति लीटर पहुंच गए हैं।

कानपुर में सोमवार को पेट्रोल का दाम 68.46  रुपये प्रति लीटर है।

नोएडा में पेट्रोल का दाम 68.79 रुपये प्रति लीटर है और डीजल 61.93 रुपये में बिक रहा है। सभी तेल कंपनियों के पेट्रोल पंपों पर कीमतें समान हैं।  

गाजियाबाद में पेट्रोल का दाम सोमवार को 68.66 रुपये प्रति लीटर है और डीजल 61.8 रुपये में बिक रहा है।

हर दिन पेट्रोल की कीमतों में हो रहे बदलाव के चलते पानीपत में सोमवार पेट्रोल के दाम 69.15 रुपये प्रति लीटर पहुंच गए हैं।

गुरुग्राम में पेट्रोल का दाम 69.82 रुपये प्रति लीटर है और डीजल 62.54 रुपये में बिक रहा है। सभी तेल कंपनियों के पेट्रोल पंपों पर कीमतें समान हैं।

हर दिन पेट्रोल की कीमतों में हो रहे बदलाव के चलते फरीदाबाद में सोमवार पेट्रोल के दाम 69.86 रुपये प्रति लीटर पहुंच गए हैं।

हिसार में पेट्रोल के दाम 69.90 रुपये प्रति पहुंच गए हैं। दाम में रविवार को भी लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई थी, लेकिन तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के भाव में बदलाव किया है। 

चंडीगढ़ में पेट्रोल का दाम सोमवार को 64.79 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल 59.28 रुपये में बिक रहा है। 

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, रविवार को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल के दाम क्रमश: 62.16 रुपये, 63.93 रुपये, 65.04 रुपये और 65.62 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए। चारों महानगरों में पेट्रोल की कीमतें यथावत क्रमश: 68.29 रुपये, 70.43 रुपये, 73.95 रुपये और 70.85 रुपये प्रति लीटर बनी रहीं।

दिल्ली-एनसीआर स्थित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी पेट्रोल की कीमतें बिना बदलाव के क्रमश: 68.62 रुपये, 68.49 रुपये, 69.87 रुपये और 69.65 रुपये प्रति लीटर बनी हुई थीं, मगर एनसीआर के चारों शहरों में डीजल के दाम घटकर क्रमश: 61.86 रुपये, 61.73 रुपये, 62.69 रुपये और 62.47 रुपये प्रति लीटर हो गए थे। यहां ध्यान देने योग्य बात यह थी कि पेट्रोल की कीमतें पहले से ही एक साल के निचले स्तर पर हैं जबकि डीजल की कीमतें मार्च 2018 के बाद के निचले स्तर पर थी।

फास्टैग की बिक्री दिल्ली-एनसीआर के 50 पेट्रोल पंपों पर होगी
टोल अदायगी के मकसद से वाहन में लगाया जाने वाला आरएफआइडी फास्टैग अब पेट्रोल पंपों पर भी मिलेगा। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने सरकारी तेल कंपनियों के साथ समझौता किया है। यह समझौता एनएचएआइ की कंपनी इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (आइएचएमसीएल) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) के बीच हुआ है। इसके तहत आइएचएमसीएल के फास्टैग इन तीनों कंपनियों के देश भर में फैले पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध होंगे। इसकी शुरुआत दिल्ली-एनसीआर से हो रही है, जहां तीनों कंपनियों के 50 पेट्रोल पंपों से फास्टैग खरीदे जा सकते हैं।

आइएचएमसीएल ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन प्रोग्राम (एनईटीसी) के कार्यान्वयन के साथ-साथ रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) तकनीक पर आधारित टैग ‘फास्टैग’ की बिक्री और प्रबंधन का कार्य अप्रैल, 2016 से प्रारंभ किया था। प्रोग्राम को जबरदस्त कामयाबी मिली है और अब तक राष्ट्रीय राजमार्गों के 450 टोल प्लाजा के अलावा चुनिंदा प्रादेशिक राजमार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह की शुरुआत हो चुकी है।

क्या है फास्टैग
फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक चिप है, जिसे वाहन पर स्टिकर की तर्ज पर चस्पा किया जा सकता है। जैसे ही यह टैग इसे पढ़ने के लिए उपयोग की जा रही रेडियो फ्रीक्वेंसी के दायरे में आता है, इसकी सारी सूचना एक सिस्टम में दर्ज हो जाती है। मसलन, फास्टैग से लैस वाहन अगर इस सुविधा से युक्त टोल प्लाजा से गुजरता है, तो उसके लिए टोल बैरियर अपने-आप खुल जाता है। इसकी वजह यह है कि टोल प्लाजा का फास्टैग रीडिंग सिस्टम उस फास्टैग में दर्ज बैलेंस में से टोल की राशि स्वयमेव काट लेता है। इससे समय की बचत के साथ-साथ फास्टैग पर दी जाने वाली किसी तरह की छूट (अगर ऐसा कोई ऑफर लागू हो तो) का भी फायदा मिल जाता है। फास्टैग को सुविधानुसार रीचार्ज कराया जा सकता है। टोल प्लाजा पर इस तरह के वाहनों के लिए आमतौर पर विशेष लेन की सुविधा होती है, जिससे वाहनों को ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़े।

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