किसानों के प्रदर्शन से बढ़ी परेशानी, दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति हो सकती है प्रभावित

दिल्ली हॉस्पिटल वालेंटरी फाेरम का कहना है कि यदि किसान आंदोलन से दिल्ली के बॉर्डर लंबे समय तक बंद रहे तो अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी। इससे दिक्कत हो जाएगी क्योंकि कई अस्पतालों में कुछ ही घंटों के लिए ऑक्सीजन का स्टॉक बचा है।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 12:41 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 12:41 PM (IST)
किसानों के प्रदर्शन से बढ़ी परेशानी, दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति हो सकती है प्रभावित
दिल्ली में मेडिकल ऑक्सीजन का कोई प्लांट नहीं है।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। किसान रैली के कारण दिल्ली के बॉर्डर सील होने से राजधानी में कोरोना के मरीजों के लिए बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। दरअसल, बॉर्डर सील होने के कारण कंपनियां दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति करने से इनकार करने लगी हैं, क्योंकि ऑक्सीजन के ट्रक भी बॉर्डर सील होने से जाम में फंसे पड़े हैं। इससे दिल्ली के कई निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट खड़ा होने लगा है। दिल्ली हॉस्पिटल वालेंटरी फाेरम का कहना है कि यदि किसान आंदोलन के कारण दिल्ली के बॉर्डर लंबे समय तक बंद रहे तो दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट खड़ा हो जाएगा। इससे कोरोना के मरीजों की जान पर आफत आ जाएगी। क्योंकि कई अस्पतालों में कुछ ही घंटों के लिए ऑक्सीजन का स्टॉक बचा है।

दिल्ली हॉस्पिटल वालेंटरी फाेरम के पदाधिकारी डॉ. पीके भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में मेडिकल ऑक्सीजन का कोई प्लांट नहीं है। दूसरे राज्यों से ही दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। एनसीआर के शहरों में भी कई ऑक्सीजन प्लांट हैं। आइनोक्स दिल्ली के अस्पतालों में मुख्य ऑक्सीजन सप्लायर है, जो यहां के ज्यादातर अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति करता है। उसने थोड़ी देर पहले ही ऑक्सीजन आपूर्ति नहीं करने की सूचना दी है। सप्लायर ने बताया है कि उसके ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाले कई ट्रक बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। जबकि अस्पतालों में कोरोनो के गंभीर मरीज भरे हुए हैं। ज्यादातर गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत होती है। इससे अस्पतालों में इन दिनों ऑक्सीजन की खपत अधिक है। कई अस्पतालों में 10 से 12 घंटे के लिए ही ऑक्सीजन उपलब्ध है। इसलिए जल्द ऑक्सीजन आपूर्ति सुनश्चित नहीं होने पर बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। बताया जा रहा है कि कई अस्पतालों की तरफ से ऑक्सीजन ऑपूर्ति के लिए सप्लायर कंपनियों को फोन जाने लगा है। आइनोक्स कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं लिखने की शर्त पर यह कहा कि यह सभी है कि ऑक्सीजन आपूर्ति प्रभावित हुई है और अस्पतालों से लगातार कॉल आ रहे हैं। एनसीआर के शहरों में कंपनी के तीन-चार ऑक्सीजन प्लांट हैं।

गोयल हॉस्पिटल यूरोलॉजी सेंटर के चेयरमैन डॉ. अनिल गोयल ने कहा कि दिल्ली के बड़े सरकारी व निजी अस्पतालों में ऑक्सीजनन का अपना स्टोरेजे प्लांट हैं। उन अस्पतालों में तो अभी परेशानी नहीं है। लेकिन छोटे अस्पतालों में ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट नहीं हैं। दिल्ली में कई जगहों पर निजी स्टोरेज प्लांट हैं, जहां से छोटे अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है।

यदि बॉर्डर लगातार बंद रहे तो अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई दिक्कत नहीं है। अस्पताल के ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट में एक माह की जरूरत के लिए पर्याप्ता ऑक्सीजन है।

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