एनएसयूआइ ने उठाया आनलाइन पढ़ाई में छात्रों को रही मुश्किलों का मसला

एनएसयूआइ सदस्य वैभव यादव ने बताया कि बहुत से छात्रों ने हमसे अपनी परेशानी साझा की है। छात्रों के पास स्मार्टफोन नहीं है। कई जगह इंटरनेट की रफ्तार बहुत सुस्त है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 29 Aug 2020 09:00 PM (IST) Updated:Sat, 29 Aug 2020 09:00 PM (IST)
एनएसयूआइ ने उठाया आनलाइन पढ़ाई में छात्रों को रही मुश्किलों का मसला
एनएसयूआइ ने उठाया आनलाइन पढ़ाई में छात्रों को रही मुश्किलों का मसला

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्रा]। एनएसयूआइ ने दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा आनलाइन कक्षाओं के संचालन के दौरान छात्रों को हो रही परेशानी का मसला उठाया है। डीयू से संबंद्ध सभी कॉलेजों ने अब ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करनी शुरू कर दी है। इसमें गूगल क्लासरूम, गूगल मीट, ज़ूम जैसे ऐप की सहायता ली जा रही है। पढ़ाई के अलावा दिल्ली विश्विद्यालय में न्यूनतम 70 प्रतिशत अटेंडेंस होना परीक्षा देने के लिए जरूरी है। और तो और कुछ पाठ्यक्रमों को छोड़कर सभी पाठयक्रमों व अटेंडेंस के अंक भी सुनिश्चित है।

ऐसे में जो छात्र किसी कारणवश आनलाइन कक्षाओं में शामिल नहीं हो पा रहे हैं वो भविष्य में परेशानियोंं का सामना करेंगे। एनएसयूआइ ने इस संदर्भ में डीयू के कुलपति, सभी कॉलेजों के प्राचार्य व डीन को पत्र लिखकर छात्रों की समस्याओं के समाधान की गुजारिश की है।

एनएसयूआइ सदस्य वैभव यादव ने बताया कि बहुत से छात्रों ने हमसे अपनी परेशानी साझा की है। छात्रों के पास स्मार्टफोन नहीं है। कई जगह इंटरनेट की रफ्तार बहुत सुस्त है। छात्रों का इंटरनेट पैक नाकाफी साबित हो रहा है। प्रोफेसर परेशानी समझते तो है और सहानभूति भी जताते है पर वो भी इस मामले में कुछ नहीं कर सकते। इसीलिए हमने डीयू में आने वाले 28 दिल्ली सरकार द्वारा फंडेड कॉलेज के छात्रों की मदद के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री व गवर्नर को पत्र लिख सहायता की मांग की है।

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