शवों के वीडियो पर जांच के लिए पहुंची NHRC की टीम, कहा- लिफ्ट खराब होने के कारण हुआ था ऐसा

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सदस्य ज्योतिका कालरा ने पीपीई किट पहनकर अपनी टीम के साथ लाेकनायक जय प्रकाश अस्पताल में निरीक्षण किया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 11 Jun 2020 08:53 PM (IST) Updated:Thu, 11 Jun 2020 09:11 PM (IST)
शवों के वीडियो पर जांच के लिए पहुंची NHRC की टीम, कहा- लिफ्ट खराब होने के कारण हुआ था ऐसा
शवों के वीडियो पर जांच के लिए पहुंची NHRC की टीम, कहा- लिफ्ट खराब होने के कारण हुआ था ऐसा

नई दिल्ली (राहुल सिंह)। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने बृहस्पतिवार को लाेकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) का निरीक्षण किया। आयोग की सदस्य ज्योतिका कालरा ने पीपीई किट पहनकर अपनी टीम के साथ अस्पताल में निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अलग-अलग वार्ड में जाकर देखा। कालरा का कहना है कि अस्पताल की लिफ्ट खराब होने के कारण शव पड़ा रहा था, जिसकी जानकारी डॉक्टर ने उन्हें दी है। बाद में इस शव का वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल हो गया था। उन्होंने कहा कि वीडियो वायरल होने और लोगों की शिकायत के बाद वह निरीक्षण के लिए आई हैं। 

शिकायतों के बाद कालरा ने किया था निरीक्षण

बृहस्पतिवार शाम को आयोग की सदस्य सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर, पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों के साथ एलएनजेपी अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंची। कालरा ने निरीक्षण करने से पहले मीडिया से बातचीत की, जिसमें बताया कि आयोग के पास अस्पताल की राजनीतिक दलों और आम लाेगों की ओर से शिकायतें आ रही थीं। इनमें कई राजनीतिक दल से जुड़े लोगों ने भी शिकायत दर्ज कराई थीं।

वीडियो सोशल मीडिया में हो रहे थे वायरल

इसके अलावा अस्पताल के वीडियो लगातार सोशल साइट्स पर वायरल हो रहे थे, जिन पर संज्ञान लेने के बाद निरीक्षण किया जा रहा है। इनमें सबसे अधिक शिकायत अस्पताल में शवों के ढेर और बेड नहीं मिलने की थी। अस्पताल के अंदर पहुंचने के बाद ज्योतिका कालरा ने पीपीई किट पहनी और कोरोना वार्ड में जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के बेड खाली देखे।

वायरल वीडियो पर हुआ सवाल-जवाब

कालरा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने वायरल वीडियो के बारे में डॉक्टर से जानकारी की, जिसमें शवों के जमीन पर पड़े होने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि लिफ्ट खराब होने के कारण शव को जमीन पर रखा गया था। उन्होंने अस्पताल की रसोई का निरीक्षण भी किया, जहां पाया कि शाम के खाने की तैयारियां की जा रही है। उन्होंने मरीजों से पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें समय से खाना मिल रहा है।

तीमारदारों से पूछा हाल

ज्योतिका कालरा ने अस्पताल के बाहर बैठे तीमारदारों से भी उनकी शिकायतें जानी तो लोगों ने बताया कि कई उन्हें अपने मरीजों के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। इस पर उन्होंने संबंधित तीमारदार का नंबर अपनी टीम के सदस्यों को लिखवाया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह इस बारे में डॉक्टरों से बातचीत करेंगी।

डॉक्‍टरों का बढ़ाया हौसला

इस दौरान कालरा ने डॉक्टरों की हौसला अफजाई भी की और कहा कि ढाई घंटे पीपीई किट पहनकर काम करना इतना मुश्किल हो गया है कि पूरे शरीर पर पसीना आ गया और सांस लेने में दिक्कत हो गई। उन्होंने कहा कि हमारे डॉक्टर पूरे दिन पहनकर मरीजों का उपचार कर रहे हैं, जिनकी अपने हौसला अफजाई करनी चाहिए।

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