एयरपोर्ट पर कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए लागू की गई नई व्यवस्था, जानें डिटेल

कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जोखिम श्रेणी में शामिल देशों से आने वाले यात्रियों को लेकर जारी दिशानिर्देशों के पालन से जुड़ी व्यवस्था को संभालने के लिए अब यहां सिविल डिफेंस वालंटियर्स की तादाद बढ़ाई जाएगी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 02:34 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 02:34 PM (IST)
एयरपोर्ट पर कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए लागू की गई नई व्यवस्था, जानें डिटेल
एयरपोर्ट पर कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन के बढ़ रहे मामले को देखते हुए नई व्यवस्था की गई है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जोखिम श्रेणी में शामिल देशों से आने वाले यात्रियों को लेकर जारी दिशानिर्देशों के पालन से जुड़ी व्यवस्था को संभालने के लिए अब यहां सिविल डिफेंस वालंटियर्स की तादाद बढ़ाई जाएगी। इसके लिए अब एक नहीं, बल्कि दो जिले मिलकर व्यवस्था संभालेंगे। एयरपोर्ट पर कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन के बढ़ रहे मामले को देखते हुए नई व्यवस्था की गई है।

प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, पहले 200 सिविल डिफेंस वालंटियर्स एयरपोर्ट पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त थे, पर एक दिसंबर से जारी नए दिशानिर्देशों के बाद यहां अधिक मानव संसाधन की जरूरत महसूस की जा रही थी। ऐसे में दो जिला प्रशासन की ड्यूटी लगाने का फैसला लिया गया है। इसमें दोनों जिले के अतिरिक्त जिला उपायुक्त प्रमुख होंगे। इसके अलावा जिले के उप-प्रभागीय न्यायाधीश (एसडीएम) बारी-बारी से एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे और दोनों जिले के उपायुक्त व्यवस्था पर अपनी कड़ी नजर बनाए रखेंगे। नई व्यवस्था के तहत शाहदरा व नई दिल्ली जिला प्रशासन मिलकर 15 दिसंबर तक व्यवस्था संभालेंगे।

16 से 31 दिसंबर से दक्षिण-पश्चिमी व उत्तरी जिला, इसी तरह एक जनवरी से 15 जनवरी तक दक्षिण-पूर्व व पूर्व जिले को प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं 16 से 31 जनवरी से उत्तर-पश्चिमी व उत्तर-पूर्व जिला और एक से 28 फरवरी तक पश्चिम व दक्षिणी जिला मिलकर एयरपोर्ट पर प्रबंधन देखेंगे। दरअसल, ओमिक्रोन वैरिएंट के सामने आने के बाद सरकार ने नियमों में संशोधन करते हुए 12 जोखिम श्रेणी में शामिल देशों से आने वाले देशों के लिए कोरोना जांच अनिवार्य कर दी है। यानी इन देशों से आने वाले यात्री एयरपोर्ट से तभी बाहर जा सकते हैं जब उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी।

इस पूरी प्रक्रिया में छह से सात घंटे का समय लग रहा है। एक के बाद एक उतर रहे विमान के कारण एयरपोर्ट पर कोरोना जांच कराने वाले यात्रियों की भीड़ बढ़ रही है। हालांकि डायल ने कोरोना जांच की सुविधाओं में विस्तार किया है ताकि यात्रियों को ज्यादा इंतजार न करना पड़े पर वे इंतजाम भी नाकाफी साबित हो रहे है। उम्मीद है कि मानव संसाधन बढ़ने से एयरपोर्ट पर व्यवस्था बेहतर होगी।

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