Arvinder Sing Lovely: पाला ही नहीं, बयान भी बार बार बदलते रहे हैं लवली; कभी कहा था- BJP से थे वैचारिक मतभेद
14 सितंबर 2023 को जब लवली ने प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली थी तो उन्होंने मंच से कहा हम सभी को मिलकर साथ चलना है। अब वक्त आ गया है कि हमें अपने घरों से निकलना होगा। जो नाराज होकर गए हैं वो वापस कांग्रेस परिवार से जुड़ें ये अपील करता हूं। मैंने भी भावुक होकर गलती की थी जो गलती मैंने की थी वो कोई कांग्रेसी न करे।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। अरविंदर सिंह लवली पाला ही नहीं, बयान बदलने में भी खूब माहिर हैं। बीते सात साल के दौरान बार-बार इसकी बानगी देखने को मिली है। दिलचस्प यह भी कि हर बार लवली इसके लिए समय चुनाव के आस पास का ही चुनते हैं।
अप्रैल 2017 में एमसीडी चुनाव के मतदान से कुछ ही दिन पूर्व लवली ने भाजपा का दामन थामा तो इसकी वजह टिकट वितरण में उनकी राय ना लेना रही। लेकिन फरवरी 2018 में एक साल से भी कम समय में जब वह वापस कांग्रेस में लौटे तो इसकी वजह भाजपा में तव्वजो नहीं मिलना थी।
लवली ने कहा था- वैचारिक रूप से मैं भाजपा में अनफिट था
तब उन्होंने खुद ही बयान दिया था, ''मेरे लिए कोई खुशी का निर्णय नहीं था कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन करना। पीड़ा में लिया गया फैसला था। वैचारिक रूप से मैं भाजपा में अनफिट था।''
14 सितंबर 2023 को जब लवली ने प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाली थी तो उन्होंने मंच से कहा, हम सभी को मिलकर साथ चलना है। अब वक्त आ गया है कि हमें अपने घरों से निकलना होगा। जो नाराज होकर गए हैं वो वापस कांग्रेस परिवार से जुड़ें, ये अपील करता हूं। मैंने भी भावुक होकर गलती की थी, जो गलती मैंने की थी वो कोई कांग्रेसी न करे।
पीएम के लिए हम अपना योगदान देंगे: लवली
अब दोबारा भाजपा में शाामिल होने पर उनका बयान आया है कि देश के विकास में पीएम के लिए हम अपना योगदान देंगे। लवली ने कहा, वह राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का भाषण सुनकर आए थे कि उनके शरीर का कतरा-कतरा देश के लिए है। लेकिन कतरे-कतरे की बात करने वाले आज टुकड़े-टुकड़े पर आ गए हैं। लवली ने यह भी जो लोग अपनी पार्टी के लोगों को नहीं संभाल पा रहे, वह देश को क्या संभालेंगे!
आज मेरे लिए विशेष दिन है। मैं दिल्ली का ही हूं। दिल्ली में जब विकास का कार्य हुआ तब राजकुमार चौहान और लवली मंत्री थे। देश और दिल्ली में यह लोग विकास कार्य को आगे बढा़एगे। इन सभी की सेवाओं का उपयोग किया जाएगा। सभी को बधाई। - हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता
मैंने पहले ही कहा था कि जो भी व्यक्ति दिल्ली को प्यार करता है वह दिल्ली को लूटने वालों के साथ खड़ा नहीं हो सकता। जिस दिन कांग्रेस और आप का गठबंधन हुआ था उसी दिन इन नेताओं ने गठबंधन पर सवाल उठाए थे। साथ ही शराब घोटाले पर की परते खुलने पर नीरज बसोया और नसीब सिंह ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट के जरिये स्वागत किया था। -वीरेंद्र सचदेवा, अध्यक्ष, दिल्ली भाजपा
कुछ लोगों के स्वभाव में ही पार्टी से गद्दारी है। उनका चरित्र उजागर हो चुका है और सभी लोगों के सामने है। इसलिए उनके जानेसे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। ऐसे लोगों के स्वार्थी उद्देश्य और आकांक्षाएं बहुत बढ़ जाती हैं। ये वही लवली हैं जिन्होंने आप के साथ गठबंधन की वकालत की थी। आज भाजपा में जाने के लिए उन्होंने इसी का बहाना बना दिया। उनकी कुछ मजबूरियां रही होंगी लेकिन उनका सच सबके सामने आ गया है। - देवेंद्र यादव, अध्यक्ष, दिल्ली कांग्रेस