Covid Vaccination for Kids: नाबालिग बच्ची ने याचिका दायर की बच्चों को टीका लगाने में प्राथमिकता देने की मांग
अधिवक्ता बिहू शर्मा व अधिवक्ता अभिनव मुखर्जी के माध्यम से दायर याचिका में 17 वर्ष तक के बच्चों के माता-पिता को भी टीकाकरण में प्राथमिकता देने की मांग की गई है। याचिका में दलील दी गई है कि महामारी की दूसरी लहर में कई बच्चे अनाथ हो गए ।
नई दिल्ली [विनीत त्रिपाठी]। कोरोना महामारी की तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की संभावनाओं को देखते हुए 12-17 वर्ष की आयु के बच्चों को टीका लगाने में प्राथमिकता देने का निर्देश देने की मांग करते हुए एक नाबालिग बच्ची व एक नाबालिग बच्ची की मां ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। अधिवक्ता बिहू शर्मा व अधिवक्ता अभिनव मुखर्जी के माध्यम से दायर याचिका में 17 वर्ष तक के बच्चों के माता-पिता को भी टीकाकरण में प्राथमिकता देने की मांग की गई है।
याचिका में दलील दी गई है कि महामारी की दूसरी लहर में कई बच्चे अनाथ हो गए क्योंकि उनके माता-पिता ने युवावस्था में ही कोरोना के कारण दम तोड़ दिया। एक नाबालिग की तरफ से उसकी मां ने याचिका दायर की है जबकि दूसरी याचिका एक नाबालिग बच्ची की मांग की दायर की है। याचिका में आरोप लगाया कि भारत की टीकाकरण की नीति बच्चों या बच्चों के माता-पिता को ध्यान में रखकर बनाने में विफल रही है। वैश्विक स्तर पर बच्चों के टीकाकरण को मान्यता दी गई, ताकि महामारी के दुष्प्रभावों को कम किया जा सके।
सभी टीकाकरण केंद्रों पर लगाई जाएंगे सैनिटाइजर डिसेंपेसर: अनामिका
इधर, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा सेवा ही संगठन अभियान के तहत सभी धार्मिक स्थलों, टीकाकरण केंद्रों एवं आरडब्ल्यूए के लिए सैनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन का वितरण किया जा रहा है। इसी क्रम में महापौर अनामिका ने जैतपुर स्थित गुरुद्वारा में मशीन का वितरण किया। इस दौरान अनामिका ने कहा कि हमारा लक्ष्य है सभी सार्वजानिक स्थानों पर सैनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन लगा दी जाए। इसके तहत अभी धार्मिक स्थलों व टीकाकरण केंद्रों के लिए मशीन बांटी जा रही है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्रों पर तमाम लोग आते हैं इसलिए अगर वहां मशीन लगाई जाएगी तो आने वाले लोगों को अपना हाथ सैनिटाइज करना आसान हो जाएगा।