प्रदूषण के लिए दिल्‍ली गुनहगार, फसलों के अवशेष जलने से 20 फीसदी बढ़ा पॉल्यूशन

पर्यावरण मंत्री अनिल दवे ने कहा 80 फीसदी प्रदूषण के लिए दिल्ली खुद जिम्मेदार है। फसलों के जलने से 20 फीसदी का ही इजाफा हुआ है।

By Amit MishraEdited By: Publish:Mon, 07 Nov 2016 02:33 PM (IST) Updated:Tue, 08 Nov 2016 08:53 AM (IST)
प्रदूषण के लिए दिल्‍ली गुनहगार, फसलों के अवशेष जलने से 20 फीसदी बढ़ा पॉल्यूशन

नई दिल्ली [जेएनएन]। राजधानी दिल्ली में बढ़े प्रदूषण को लेकर जहां एक तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ठीकरा पड़ोसी राज्यों पर फोड़ा है वहीं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे ने केजरीवाल के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि 80 फीसदी प्रदूषण के लिए दिल्ली खुद जिम्मेदार है। फसलों के जलने से 20 फीसद का ही इजाफा हुआ है।

80 % of air pollution problem in Delhi is derived from here itself,20% is frm crop burning in neighbouring states; need to address this:Dave pic.twitter.com/uYar9ZLfOT

— ANI (@ANI_news) November 7, 2016

पर्यावरण मंत्री ने कहा, 'हमने 4 राज्यों के साथ बैठक की है। सभी मिल-बैठकर इस समस्या का समाधान निकाल लेंगे। प्रदूषण से निपटने के लिए राज्यों को केंद्र की तरफ से पूरी मदद की जाएगी। आरोप-प्रत्यारोप का दौर खत्म हो। अभी हवा को प्रदूषण मुक्त करने की जरूरत है, ताकि सभी लोग सांस ले सकें। जब तक राज्य खुद आगे नहीं बढ़ती, तब तक समस्या का समाधान नहीं होगा।'

There must not be 'blame game' here, right now the priority is to make air pollution free so that people can breathe: Env Minister Anil Dave

— ANI (@ANI_news) November 7, 2016

अनिल दवे ने कहा, 'राज्य सरकार सड़कों पर पानी का छिड़काव करे। प्रदूषण की बड़ी वजह धूल है। हम एक इन्वाइरनमेंट प्रोटेक्शन कैलेंडर जारी करेंगे, जोकि राज्यों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा।' गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में स्मॉग के लिए मुख्य रूप से पड़ोसी राज्यों में फसलों के अवशेष जलाए जाने को जिम्मेदार बताया था।

Till State Govt takes initiative immediately, no issue would be solved. They must sprinkle water and do the needful on time: Anil Dave pic.twitter.com/gk2ZRTJe1M

— ANI (@ANI_news) November 7, 2016

सोमवार को एनजीटी ने प्रदूषण के मुद्दे पर केंद्र सहित दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सरकार को फटकार लगाई। एनजीटी ने सभी सरकारों से पूछा कि उन्होंने प्रदूषण रोकने के लिए क्या किया है। धूल को दबाने के लिए अभी तक सड़कों पर पानी का छिड़काव क्यों नहीं शुरू किया, हेलिकॉप्टर से पानी छिड़काव के प्रस्ताव का क्या हुआ? एनजीटी ने पूछा कि आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की गई है? पंजाब में 70 फीसदी जमीन पर फसलों के अवशेष को जलाया जा रहा है। दिल्ली सरकार क्या कर रही है? क्या प्रदूषण को खत्म करने की जिम्मेदारी आपकी नहीं है? नगर निगम क्या कर रही है? कल सुप्रीम कोर्ट भी इस मुद्दे पर सुनवाई करेगा।

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दिल्ली में पानी का छिड़काव शुरू

एनजीटी से फटकार के बाद दिल्ली में सड़कों पर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। हालांकि, इस बीच राहत की एक और खबर यह है कि हवा की गति बढ़ने से स्मॉग में रविवार के मुकाबले कमी आई है, हालांकि प्रदूषण खतरनाक स्तर पर बना हुआ है।

Delhi: New Delhi Municipal Council begins to sprinkle water using Jet pressure pump technique to control air pollution #DelhiSmog pic.twitter.com/9jBrF88tab

— ANI (@ANI_news) November 7, 2016

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