Delhi: बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों का आनंद विहार बस अड्डे के बाहर हो रहा कोरोना टेस्ट

विवेक विहार के एसडीएम राजेश चौधरी ने बताया कि आनंद विहार बस अड्डे के बाहर प्रशासन की ओर से जांच शिविर लगाया जा रहा है रोजाना सौ से ज़्यादा कामगारों की कोरोना जांच की जा रही हैं।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 08:02 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 08:02 PM (IST)
Delhi: बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों का आनंद विहार बस अड्डे के बाहर हो रहा कोरोना टेस्ट
Delhi: बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों का आनंद विहार बस अड्डे के बाहर हो रहा कोरोना टेस्ट

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में कोरोना के मरीज लगातार घट रहे हैं। लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार दिल्ली छोड़कर अपने प्रदेशों को चले गए थे। दिल्ली में हालात सामान्य होने पर कामगार वापस काम की तलाश में दिल्ली लौट रहे हैं। दूसरे प्रदेश से आने वालों से कहीं दोबारा से दिल्ली में कोरोना के मरीज न बढ़ जाए, इसे देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। आनंद विहार बस अड्डे के बाहर शाहदरा जिला प्रशासन ने कोरोना जांच शिविर लगाया है, दो दिन में 307 कामगारों ने अपनी जांच करवाई।

इसमें पांच लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, सभी को खेल गांव के कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया गया है। दिल्ली सरकार अब दिल्ली के अन्य बॉर्डर पर भी इस तरह के जांच शिविर लगाकर कामगारों की कोरोना जांच करेगी।

आनंद विहार बस अड्डे के बाहर लगे शिविर में लंबी लंबी कतारें लग रही हैं। बहुत से कामगार अपने पूरे परिवार के साथ बस व ट्रेनों से वापस लौट रहे हैं, आनंद विहार बस अड्डे से अभी उत्तर प्रदेश रोडवेज की बस सेवा शुरू नहीं हुई है, जो कामगार दिल्ली बॉर्डर पर बने उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी बस अड्डे पर उतरकर दिल्ली जा रहे हैं। उन्हें आनंद विहार पर रोककर उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।

विवेक विहार के एसडीएम राजेश चौधरी ने बताया कि आनंद विहार बस अड्डे के बाहर प्रशासन की ओर से जांच शिविर लगाया जा रहा है, रोजाना सौ से ज़्यादा कामगारों की कोरोना जांच की जा रही हैं। कामगारों को जांच करवाने के लिए पहले जागरूक किया जा रहा है, जांच में कई स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया हुआ है। उन्होंने बताया कि कोरोना का रैपिड टेस्ट किया जा रहा है, कुछ ही देर में जांच रिपोर्ट भी आ जाती है। जो भी संक्रमित पाए जा रहे हैं, उन्हें खेल गांव के केयर सेंटर में भेजा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अभी नियमित रूप से शिविर लगाया जाएगा और लोगों की जांच की जाएगी। बता दे लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में सड़कों पर सिर्फ और सिर्फ कामगार नजर आ रहे थे, कोई पैदल ही सिर पर समान ढोकर जा रहा था तो कोई माल वाहकों में भरकर जा रहा था।

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