खूंखार सज्जाद को मिली थी यूपी समेत कई राज्यों के युवाओं को आतंकी बनाने की जिम्मेदारी

सज्जाद को मुस्लिम युवाओं को जैश से जोड़कर उन्हें पैसे व गोला बारूद मुहैया कराकर दिल्ली में टारगेट प्वाइंट चयन करने को भी कहा गया था।

By Edited By: Publish:Fri, 22 Mar 2019 08:21 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 06:01 AM (IST)
खूंखार सज्जाद को मिली थी यूपी समेत कई राज्यों के युवाओं को आतंकी बनाने की जिम्मेदारी
खूंखार सज्जाद को मिली थी यूपी समेत कई राज्यों के युवाओं को आतंकी बनाने की जिम्मेदारी

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। देश की राजधानी दिल्ली के लाल किला के पास से गिरफ्तार जैश-ए-मुहम्मद आतंकी सज्जाद अहमद खान को पुलवामा में आतंकी हमले के मास्टरमाइंड मुद्दासिर खान ने दिल्ली भेजा था। पुलवामा में आतंकी हमले की घटना को अंजाम दिए जाने के तुरंत बाद इसकी जानकारी मुद्दासिर ने वाट्सएप के जरिये सज्जाद को दी थी।

मुद्दासिर ने दिल्ली भेजते समय सज्जाद से कहा था कि वह यहां कहीं मुस्लिम बाहुल्य इलाके में रहकर पहले अपना ठिकाना बनाए। उसके बाद बेहद गोपनीय तरीके से उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें जैश से जोड़ने की कोशिश करे। वह मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाए। उन्हें हथियारों का प्रशिक्षण दे, गोला बारूद व टारगेट वाले जगहों का नक्शा उपलब्ध कराए और धन जुटाने की कोशिश करे।

दिल्ली में रहकर सज्जाद यही सब कर रहा था। सज्जाद को मुस्लिम युवाओं को जैश से जोड़कर उन्हें पैसे व गोला बारूद मुहैया कराकर दिल्ली में टारगेट प्वाइंट चयन करने को भी कहा गया था। सज्जाद इसमें सफल हो पाता, उससे पहले ही सेल ने उसे दबोच कर जैश की साजिश पर एक बार फिर पानी फेर दिया। सज्जाद के दो अन्य भाई भी जैश के आतंकी थे। पुलवामा में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में दोनों को पिछले साल मार गिराया था।

सज्जाद का बड़ा भाई इशफाक पिछले साल अप्रैल में पुलवामा के लाम इलाके में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में मारा गया। उसे जैश आतंकी नूर मोहम्मद ने जैश में भर्ती किया था। छोटा भाई शौकत भी उस्मान हैदर के साथ पिछले साल अक्टूबर में पुलवामा के चान इलाके में मारा गया। उस्मान हैदर, इब्राहिम हैदर का बेटा था। इब्राहिम हैदर, जैश सरगना मसूद अजहर का छोटा भाई है। मसूद अजहर को छुड़ाने के लिए इब्राहिम हैदर ने कंधार प्लेन हाईजैक किया था।

पूछताछ में सज्जाद ने बताया कि पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर आत्मघाती हमले की जानकारी उसे पहले से थी। हमले के मास्टरमाइंड मुद्दासिर खान ने उसे यह जानकारी दी थी। हमले के संबंध में मुद्दासिर खान और पाकिस्तानी आतंकी यासिर एक एप के जरिये बात करते थे।

पुलवामा हमले से पहले मुद्दासिर खान ने सज्जाद को निर्देश दिया था कि वह फिदायीन हमले के लिए किसी कश्मीरी युवा को ढूंढकर दे। सज्जाद ने तब जम्मू कश्मीर के गडपोरा निवासी बिलाल व मिदुरा तराल निवासी तनवीर के बारे में सुझाव दिया था, लेकिन इन दोनों का इस्तेमाल उसने फिदायीन हमले के लिए नहीं किया था।

यहां पर बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमले के तुरंत बाद मुद्दासिर ने सज्जाद को वाट्सएप के जरिये बताया था कि उसने सीआरपीएफ की बस पर जोरदार फिदायीन हमला कराया है। मुद्दासिर ने उसे बाद में आदिल डार का वीडियो भी भेजा था। बाद में उसने वीडियो डिलीट कर दिया था। पुलवामा की घटना के बाद हाल ही में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मुद्दासिर खान भी मारा गया। मुद्दासिर के मरने से पूर्व सज्जाद खान की उससे नियमित बात होती थी।

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