गुरुग्राम नमाज मामला: ओवैसी पर महावीर का वार, कहा- देश का महौल खराब करना चाहते हैं

Gurugram Namaz Case शनिवार को सेक्टर-सात एक्सटेंशन स्थित विवेकानंद ग्लोबल स्कूल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए महावीर भारद्वाज ने कहा कि ओवैसी एक अधिवक्ता भी हैं। इसके बाद भी वह गैर कानूनी बयान दे रहे हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 06 Nov 2021 04:54 PM (IST) Updated:Sat, 06 Nov 2021 05:04 PM (IST)
गुरुग्राम नमाज मामला: ओवैसी पर महावीर का वार, कहा- देश का महौल खराब करना चाहते हैं
गुरुग्राम में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने की बात को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी गलत माना है।

गुरुग्राम (आदित्य राज)। सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़े जाने को लेकर एआइएमआइएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बयान को संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के अध्यक्ष महावीर भारद्वाज ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। भारद्वाज ने कहा कि ओवैसी कहते हैं कि 15 से 20 मिनट यदि मुस्लिम समुदाय के लोग कहीं बैठकर नमाज पढ़ते हैं तो इसमें क्या आपत्ति है। ऐसा कहकर वह न केवल कानून का मजाक उड़ा रहे हैं बल्कि देश के माहौल को भी खराब करना चाहते हैं। 15 या 20 मिनट की बात दूर गलत एक मिनट भी नहीं होना चाहिए। गलत का समर्थन नहीं करना चाहिए।

ओवैसी वकील होने के बाद भी कर रहे गैर कानूनी बात

शनिवार को सेक्टर-सात एक्सटेंशन स्थित विवेकानंद ग्लोबल स्कूल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए महावीर भारद्वाज ने कहा कि ओवैसी एक अधिवक्ता भी हैं। इसके बाद भी वह गैर कानूनी बयान दे रहे हैं। उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने का विरोध करने पर विदेशी मीडिया द्वारा हिंदुओं के लिए असहिष्णु शब्द के इस्तेमाल पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यदि हिंदू सहिष्णु नहीं है फिर कोई सहिष्णु नहीं है।

गुरुग्राम में 37 जगहों पर पढ़ी जा रही नमाज

गुरुग्राम में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने की बात को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी गलत माना है। उन्होंने माना है कि जिन 37 स्थानों पर वे नमाज पढ़ रहे थे, वह अधिकृत जगह नहीं है। जिला प्रशासन की उपस्थिति में तय हुआ है कि अगले एक महीने के भीतर 37 स्थानों को जीरो पर लाना है यानी एक महीने बाद मुस्लिम समुदाय के लोग कहीं भी सार्वजनिक स्थान नमाज नहीं पढ़ेंगे। मुस्लिम समुदाय के लोगाें का कहना है कि उनकी कुछ जगह पर अतिक्रमण एवं अवैध कब्जा है। कब्जा हटाने में प्रशासन का हिंदू समुदाय भी सहयोग करने को तैयार है लेकिन जहां पर दावा है उसकी मलकियत मुस्लिम समुदाय के पास होनी चाहिए। एक महीने के बाद कहीं भी सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ने नहीं दिया जाएगा। यह स्पष्ट शब्दों में कह दिया गया है।

प्रदेश सरकार अधिसूचना जारी करे

सार्वजनिक स्थानों पर इस्तेमाल धार्मिक आयोजन के लिए नहीं किया जाएगा, इस बारे में प्रदेश सरकार अधिसूचना जारी कर दे। साल में एकाध बार कहीं अनुमति से आयोजन किया जा सकता है लेकिन किसी जगह को अपना मानकर हर सप्ताह आयोजन करना गलत है। इस पर रोक लगनी चाहिए। संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति गलत के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही है। गलत के खिलाफ आक्रोश दिखाते हुए ही शुक्रवार को सेक्टर-12ए में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। समिति द्वारा सर्वसम्मति से उस जगह का नाम भी गोवर्धन चौक रख दिया गया है। शुक्रवार का आयोजन इस बात का प्रतीक है कि कहीं भी किसी भी कीमत पर गलत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पत्रकार वार्ता में महावीर भारद्वाज के अलावा संयुक्त हिंदू संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश कौशिक, कानूनी सलाहकार एवं जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज एवं प्रवक्ता राजीव मित्तल भी शामिल हुए।

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