Delhi: फेरीवाला बनकर दिन में करते थे रेकी, रात में घरों को बनाते थे निशाना; 5 गिरफ्तार

दक्षिण-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि कालकाजी थाने में 30 अगस्त को र¨वद्र कुमार नामक शख्स ने घर में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 08 Sep 2020 03:03 PM (IST) Updated:Tue, 08 Sep 2020 03:03 PM (IST)
Delhi: फेरीवाला बनकर दिन में करते थे रेकी, रात में घरों को बनाते थे निशाना; 5 गिरफ्तार
Delhi: फेरीवाला बनकर दिन में करते थे रेकी, रात में घरों को बनाते थे निशाना; 5 गिरफ्तार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। फेरीवाला बनकर क्षेत्र में रेकी करने के बाद घरों को निशाना बनाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का कालकाजी पुलिस ने पर्दाफाश किया है। आरोपितों से करीब एक करोड़ रुपये कीमत के आभूषण, चोरी की दो कारें और आठ लाख रुपये बरामद किए हैं। पुलिस ने चार चोरों के साथ ही लूटपाट का माल खरीदने वाले एक आरोपित को भी गिरफ्तार किया है। बदमाशों की पहचान अमित गुप्ता, अमित कुमार वर्मा, अमन खान, राशिद व मनोज श्रीवास्तव के रूप में हुई है।

दक्षिण-पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रसाद मीणा ने बताया कि कालकाजी थाने में 30 अगस्त को र¨वद्र कुमार नामक शख्स ने घर में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच में एक संदिग्ध कार का पता चला जो धर्मेश कुमार के नाम पंजीकृत है। कार एक हादसे में क्षतिग्रस्त हो गई थी और उसे मायापुरी में कबाड़ में बेच दिया गया था। जांच में सामने आया कि इसी नंबर की कार से पिछले दिनों मुंबई और फरीदाबाद में भी चोरी हुई थी।

इसके बाद दिल्ली पुलिस ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया तो उन्हें अमित गुप्ता और अमन खान के बारे में जानकारी मिली। दोनों को गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया गया। इनकी निशानदेही पर अन्य राशिद व मनोज श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया गया। आरोपितों ने बताया कि वह चोरी का माल खोड़ा कॉलोनी में ज्वेलरी की दुकान चलाने वाले अमित कुमार वर्मा को बेचते थे। इस पर इस पर पुलिस ने अमित वर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया। उससे दो लाख रुपये व जेवर बरामद किए हैं।

आरोपितों ने बताया कि वे संगम विहार में रहने वाले सुल्तान चौहान के संपर्क में रहते थे जो कालकाजी में फेरी लगाकर कबाड़ का काम करता है। वह खाली घरों की घंटी बजाकर चेक करता कि इनमें कोई है या नहीं। वह खाली घरों की जानकारी आरोपितों को देता था। आरोपित केवल वाट्सएप कॉल से ही संपर्क में रहते थे, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाती थी। आरोपित कर उस राज्य से बाहर चले जाते जाते थे। मुंबई पुलिस ने इससे पहले अमन खान और अमित गुप्ता को 2019 में चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था।

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