जज के परिवार पर हमला करने वाला सुरक्षाकर्मी गया जेल, अब भी अनसुलझे हैं कई सवाल

जज के बेटे ध्रुव की हालत लगातार नाजुक होती जा रही है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार ध्रुव का दिमाग पहले से ही काम नहीं कर रहा है। शरीर के अन्य अंग भी शिथिल होते जा रहे हैं।

By Amit SinghEdited By: Publish:Thu, 18 Oct 2018 06:21 PM (IST) Updated:Thu, 18 Oct 2018 06:21 PM (IST)
जज के परिवार पर हमला करने वाला सुरक्षाकर्मी गया जेल, अब भी अनसुलझे हैं कई सवाल
जज के परिवार पर हमला करने वाला सुरक्षाकर्मी गया जेल, अब भी अनसुलझे हैं कई सवाल

गुरुग्राम, जेएनएन। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत की पत्नी व बेटे के ऊपर गोलियां बरसाने वाला गनमैन महिपाल जेल पहुंच गया है। बृहस्पतिवार शाम को एसआइटी ने उसे कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बुधवार को महिपाल के बयान के आधार पर घटना के पीछे की वजह बताई थी, जिसने पूरे केस का रुख मोड़ दिया था। हालांकि अब भी इस केस में ऐसे कई सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस को तलाशने हैं।

जज के बेटे की हालत अब भी नाजुक

महिपाल की गोलियों से घायल जज के 18 वर्षीय बेटे ध्रुव की हालत लगातार नाजुक होती जा रही है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार ध्रुव का दिमाग पहले से ही काम नहीं कर रहा है। शरीर के अन्य अंग भी शिथिल होते जा रहे हैं। हालांकि इसके बाद भी वेंटिलेटर (लाइफ सपोर्ट सिस्टम) के सहारे मेदांता अस्पताल के डॉक्टर ध्रुव की जान बचाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जब तक सांस चल रही है, तब तक जान बचाने का प्रयास किया जाएगा।

भरी मार्केट में मां-बेटे को मारी थी गोली

शनिवार दोपहर तीन बजकर छह मिनट पर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत की पत्नी रेणु (रितु), बेटे ध्रुव को लेकर सरकारी सुरक्षाकर्मी महिपाल (अब बर्खास्त) के साथ सेक्टर 49 स्थित आर्केडिया शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में शॉपिंग करने गई थीं। तीन बजकर 21 मिनट पर दोनों कॉम्प्लेक्स से निकले। दोनों कार में बैठने के लिए बढ़ ही रहे थे कि महिपाल ने ध्रुव पर दो गोली चला दी। एक गोली सिर में लगी व दूसरी गोली कंधे से लगती हुई निकल गई।

गोली मारने के बाद हैवानियत पर उतर आया था महिपाल

बेटे को मरणासन्न करने के बाद शैतान बने महिपाल ने ध्रुव की मां रेणु के पेट व सीने में गोली मार दी। रेणु की अस्पताल में मौत हो गई थी, वहीं ध्रुव की हालत अत्यधिक नाजुक बनी हुई है। महिपाल को उसी दिन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अगले दिन उसे अदालत में पेश कर चार दिन की रिमांड पर लिया गया था।

कई बार बयान बदल पुलिस को किया था गुमराह

रिमांड पर हुई पूछताछ में आरोपित कई बार बयान बदल चुका है। पहले यह बात सामने आई कि इसाई धर्म अपना चुका महिपाल, जज के परिवार पर भी धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रहा था। मना करने पर वह नाराज चल रहा था। सोमवार को एसआइटी से हुई पूछताछ में उसने कहा शॉपिंग स्थल पर वह कार लेकर देर से पहुंचा था। इस पर ध्रुव ने गुस्से में उसे चांटा मार दिया था। इससे नाराज होकर उसने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था।

पुलिस का धर्म परिवर्तन से इंकार

मामले की जांच कर रही एसआइटी टीम ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर महिपाल से पूछताछ के आधार पर दावा किया था कि उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया है। ये गोलीकांड धर्म परिवर्तन से जुड़ा हुआ नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने महिपाल के पहले से जज के परिवार से नाराज होने की बात को भी सिरे से खारिज कर दिया था। अधिकारियों का दावा है कि महिपाल ने त्वरित गुस्से में वारदात की थी।

महिपाल के परिवार की सुरक्षा बढ़ाई गई

महिपाल के परिजन मंगलवार की शाम को ही अपने घर पहुंच गए। यहां पुलिस ने उन्हें भारी सुरक्षा में रखा है। घर के बाहर पुलिस ने कमांडो तैनात कर दिए हैं। किसी भी बाहरी व्यक्ति को उनके घर में घुसने की अनुमति नहीं है। यहां तक कि परिजनों के घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है।

चर्च प्रबंधन भी नकार चुका है महिपाल के बयान

सिविल लाइंस स्थित एपीफेनी चर्च प्रबंधन ने महिपाल के बयान का खंडन किया है। चर्च प्रबंधन ने साफ किया है वहां कोई महिपाल नामक आदमी प्रार्थना के लिए नहीं आता था। न ही चर्च में ऐसे किसी आदमी का कोई रिकार्ड है। चर्च प्रबंधन ने यह बयान महिपाल के उस बयान पर दिया है, जिसमें उसने प्रत्येक रविवार को सिविल लाइंस के चर्च में जाने की बात कही थी। एसआइटी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, महिपाल ने कई बयान तो ऐसे भी दिए, जिनका पुलिस सत्यापन तक नहीं कर पा रही है।

chat bot
आपका साथी