UP-हरियाणा और पंजाब के किसान प्रदर्शनकारियों की वापसी तेज, देखें वीडियो
Kisan Andolan दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर से शनिवार से प्रदर्शनकारियों की आधिकारिक वापसी शुरू हो गई है। शनिवार सुबह से ही किसान प्रदर्शनकारियों की गाड़ियों के काफिले निकल रहे हैं लेकिन यातायात सामान्य होने में अभी कई दिन लगेंगे।
नई दिल्ली/सोनीपत/गाजियााबद, जागरण टीम। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसान आंदोलन को स्थगित करने के ऐलान के बाद दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर से शनिवार से प्रदर्शनकारियों की आधिकारिक वापसी शुरू हो गई है। शनिवार सुबह से ही किसान प्रदर्शनकारियों की गाड़ियों के काफिले निकल रहे हैं। बता दें कि दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर (सिंघु, शाहजहांपुर, टीकरी और गाजीपुर) से किसानों की वापसी शुरू तो हो गई है, लेकिन यहां पर यातायात सामान्य होने में अभी एक-दो दिन से लेकर सप्ताह भर का समय लग सकता है। बता दें कि किसानों द्वारा शनिवार को विजय रैली के बाद आंदोलन स्थल खाली किए जाएंगे।
Highlights यूपी गेट पर गुरुवाणी भी हो रही है। सिंघु बार्डर पर हरियाणा और पंजाब के किसान ट्रैक्टरों पर सामान लादकर निकल रहे हैं।
जयसिंहपुर खेड़ा-शाहजहांपुर बार्डर पर किसानों ने हटाए टेंट
रेवाड़ी संवाददाता के अनुसार, दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित जयसिंहपुर खेड़ा-शाहजहांपुर बार्डर पर शुक्रवार को ही किसानों ने अपने टेंट व अन्य सामान हटा लिए। पुलिस ने भी हाईवे से बैरिकेड व कंटेनर हटाकर रास्ता पूरी तरह से खोल दिया। करीब एक साल बाद दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ट्रैफिक सुचारू हुआ।
#WATCH | Farmers leave their site of protest, Singhu border (Delhi-Haryana border), after suspending their year-long protest against the 3 farm laws & other related issues pic.twitter.com/cts0zl4R4w— ANI (@ANI) December 11, 2021
मोर्चा के नेता पहुंचे गुरुद्वारा बंगला साहिब
संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने गुरुद्वारा बंगला साहिब पहुंचकर मत्था टेका। डीएसजीएमसी के कार्यकारी महासचिव हरमीत सिंह कालका ने किसान नेताओं को सम्मानित किया। मोर्चा के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि प्रदर्शन की वजह से दिल्ली के लोगों को परेशानी हुई उसके लिए माफी मांगते हैं। राकेश टिकैत ने भी डीएसजीएमसी और दिल्ली की संगत का आभार जताया।
इसी तरह यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर दिल्ली) पर शुक्रवार को भी प्रदर्शनकारियों की वापसी जारी रही। एक बड़ा लंगर और चिकित्सा शिविर बंद हो गया। प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को विजय दिवस मनाने और 15 दिसंबर तक पूरी तरह से टेंट व अन्य सामान समेटने का ऐलान किया है।
Koo AppCM Charanjit Singh Channi says that Punjab government will welcome the sons of the soils on their victorious return from Delhi borders. CM says it is the unmatched unity of the various sections of the society which forced the Modi government to roll back the draconian black bills. - CMO Punjab (@CMOPb) 10 Dec 2021
Koo Appदेश के किसान न डरे, न झुके और सभी को बता दिया कि वह सिर्फ इस देश के अन्नदाता ही नहीं है, भारत के भाग्य विधाता किसान भी है। आधुनिक भारत में हुए इस ऐतिहासिक आंदोलन की विजय पर किसान माताओं, बहनों और भाइयों समेत पूरे देश को एक बार फिर हार्दिक बधाई! #FarmersProtest_FatehMarch - Chitra Sarwara (@ChitraSarwara) 11 Dec 2021
आज जश्न के साथ हो रही किसानों की घर वापसी
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर के बार्डर से किसानों की वापसी जश्न मनाने के साथ हो रही है। खासतौर से दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बार्डर से शंभु बार्डर तक किसान शनिवार से विजय मार्च शुरू करेंगे। इस दौरान यह मार्च हरियाणा के कई जिलों से होकर गुजरेगा।