Delhi Nizamuddin Markaz: तब्लीगी जमात के लोग कर रहे अश्लील हरकत, 2 क्वारंटाइन सेंटर से भागे; कुछ ने लोगों पर थूका
Delhi Nizamuddin Markaz अस्पतालों में इलाज के दौरान डॉक्टरों व पैरामेडिकल कर्मचारियों से सहयोग नहीं कर रहे हैं और भागने की कोशिश भी कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Delhi Nizamuddin Markaz: निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज से निकालकर अस्पतालों व क्वारंटाइन केंद्रों में रखे गए लोग कानून व्यवस्था के लिए भी बड़ी समस्या बन रहे हैं। वे अस्पतालों में इलाज के दौरान डॉक्टरों व पैरामेडिकल कर्मचारियों से सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे अस्पताल व क्वारंटाइन केंद्रों में तैनात डॉक्टरों व कर्मचारियों को परेशान कर रहे हैं और भागने की कोशिश भी कर रहे हैं। नरेला डीडीए फ्लैट में बनाए गए क्वारंटाइन केंद्र से दो लोग भाग भी गए थे।
राहत की बात यह है कि वे बाद में पटपड़गंज से पकडे़ गए, लेकिन उनके भागने से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर अस्पतालों व क्वारंटाइन केंद्रों में पुलिस फोर्स तैनात करने की सिफारिश की है।
नरेला से भागे जमाती पहाड़गंज से पकड़े गए
स्वास्थ्य सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि 30 मार्च से एक अप्रैल के बीच बडे स्तर पर अभियान चलाकर निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज से 2346 लोग निकाले गए। इसमें से 536 लोग पांच अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं। जिसमें लोकनायक, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, जीटीबी , डीडीयू व झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआइ) शामिल हैं। इसके अलावा 1810 क्वारंटाइन केंद्रों में भर्ती हैं। राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में बुधवार को एक मरीज ने खुदकशी करने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे बचा लिया। नरेला क्वारंटाइन केंद्र से दो लोग भाग गए, जो बाद में पटपड़गंज इलाके में पकडे़ गए।
कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे जमाती
अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षक व निदेशकों का कहना है कि मरकज से अस्पताल में भर्ती कराए गए लोग ऐसी हरकतें कर रहे हैं, जिससे कानून व्यवस्था में अड़चन आ रही है। स्वास्थ्य कर्मचारियों को उन्हें संभालना मुश्किल हो रहा है। इसलिए अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में पुलिस तैनात की जाए।
लोकनायक में तैनात हुई पुलिस
लोकनायक अस्पताल में कुल 216 लोग भर्ती हैं। जिसमें से 188 तब्लीगी मरकज के लोग हैं। अस्पताल प्रशासन के अनुसार ये लोग मेडिकल जांच का विरोध कर रहे हैं। वे नहीं चाहते कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करके रखा जाए। ऐसे में ये सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। इसलिए अस्पताल के तीनों ब्लॉक में पुलिस तैनात की गई है ताकि वे भागने न पाएं।
यहां रखे गए मरकज के कोरोना संदिग्ध डीडीए फ्लैट नरेला- 987 डुसिब फ्लैट सुल्तानपुरी- 170 डुसिब फ्लैट बक्करवाला- 129 डुसिब फ्लैट द्वारका सेक्टर-16- 200 रेलवे कॉलोनी तुगलकाबाद- 169 बदरपुर स्कूल- 157 होटल प्राइड प्लाजा एरोसिटी- 7
गाजियाबाद में जमातियों ने तोड़ी मर्यादा की सारी सीमा
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में तो मरकज में शामिल तब्लीगी जमातियों द्वारा मर्यादा की सारी सीमाओं को तोड़ने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक, आइसोलेशन वार्ड व क्वारंटाइन में मेडिकल स्टाफ के साथ अश्लीलता कर रहे हैं। एमएमजी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. रविंद्र सिंह राणा ने नगर कोतवाल विष्णु कौशिक को पत्र लिख कर इसकी पुष्टि की है। पत्र के मुताबिक, अस्पताल के वार्ड में जमाती बिना पायजामा के वार्ड में घूम रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनका इलाज संभव नहीं हो पा रहा है। नर्सो के अनुसार, जमाती उनसे बीड़ी-सिगरेट की मांग कर रहे हैं। साथ ही अश्लील इशारे कर आपत्तिजनक गाने तेज आवाज में बजाते हैं। इससे परेशानी हो रही है।
मरकज से निकालने के दौरान थूका था
बता दें कि पिछले दिनों हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मकरज से निकालने के दौरान ने केवल इन्होंने बस में थूका, बल्कि इन्होंने सड़कों और गलियों में भी थूकने की कोशिश की और कई जगह पर तो थूकने में कामयाब भी हो गए।