दिल्ली की अनधिकृत कालोनियों और गांवों में मिलेगा फ्री सीवर कनेक्शन, मनीष सिसोदिया ने किया ऐलान

Free Sewer Connection दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार 10 गावों व 64 अनधिकृत कालोनियों के सभी घरों में मुफ्त सीवर लाइन का कनेक्शन देगी। ऐसा पानी बचाने और बेहतर जलापूर्ति के मद्देनजर किया जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Mon, 03 Oct 2022 09:13 AM (IST) Updated:Mon, 03 Oct 2022 09:13 AM (IST)
दिल्ली की अनधिकृत कालोनियों और गांवों में मिलेगा फ्री सीवर कनेक्शन, मनीष सिसोदिया ने किया ऐलान
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की फाइल फोटो।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। राजधानी दिल्ली में बेहतर सीवरेज प्रबंधन और यमुना को स्वच्छ बनाने के लिए दिल्ली जल बोर्ड अनधिकृत कालोनियों और गांवों को सीवर नेटवर्क से जोड़ रहा है। इसी के तहत उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जलबोर्ड को 10 गावों व 64 अनधिकृत कालोनियों के सभी घरों में मुफ्त सीवर लाइन का कनेक्शन देने की योजना को स्वीकृति दी है।

रुकेगी पानी की बर्बादी

इसके अलावा अलीपुर गेस्ट हाउस से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर स्थित भूमिगत जलाशय तक पानी की पुरानी पाइप लाइन को बदलकर नई पाइप लाइन बिछाने की भी मंजूरी दे दी है। इससे पानी की बर्बादी तो रुकेगी ही आपूर्ति भी बेहतर होगी।

साफ-सफाई के लिए प्रत्येक घर को कनेक्शन जरूरी

मनीष सिसोदिया ने बताया कि बेहतर सीवरेज प्रबंधन और 24 घंटे जलापूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में चरणबद्ध तरीके से दिल्ली सरकार काम कर रही है। साफ-सफाई, यमुना को स्वच्छ और पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए सीवर लाइनों का विस्तार कर हर घर कनेक्शन देना जरूरी है।

सीवर लाइन बिछाने का काम जारी

संत नगर, सिंघू, शाहबाद, प्रधान एन्क्लेव और कुरेनी के आसपास की कालोनियों और गांवों के सभी घरों को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा। वर्तमान में इन इलाकों में सीवर लाइन के मैनहोल से लोगों के घरों तक सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है।

उन्होंने कहा कि जल बोर्ड ने फैसला किया है कि जिन कालोनियों को सीवर कनेक्शन लेने के लिए अधिसूचित नहीं किया गया है और कालोनियों को जल बोर्ड के मेनटेनेंस डिविजन को नहीं सौंपा गया है, वहां निर्माण कार्य करने की जिम्मेदारी संभालने वाला विभाग ही उपभोक्ताओं के घरों तक सीवर लाइन के विस्तार का काम पूरा करेगा।

उन्होंने कहा कि करावल नगर और मुस्तफाबाद के क्षेत्र की कालोनियों में जल बोर्ड ने पहले ही सीवर लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है। इन इलाकों की कालोनियों के घरों को भी सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा।

रोहिणी झील की बढ़ेगी जलधारण क्षमता

मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली को झीलों का शहर बनाने की तैयारी है। इसके तहत पप्पनकलां, द्वारका, नजफगढ़, निलोठी, रोहिणी सेक्टर-25, तिमारपुर, इरादत नगर व रोशनारा में कृत्रिम झील तैयार की गई है। 10 एकड़ में फैली रोहिणी सेक्टर-25 स्थित झील नंबर-एक की जलधारण क्षमता 7.5 मिलियन गैलन है। इसकी गहराई जमीनी के स्तर से डेढ़ मीटर है। दिल्ली सरकार ने निर्देश पर इसे छह मीटर गहरा बनाया जा रहा है। इससे झील की जलधारण क्षमता 15 मिलियन गैलन हो जाएगी।

भूजल प्रवाह जानने के लिए होगा अध्ययन

रोहिणी सीवरेज शोधन संयंत्र (एसटीपी) से उपचारित जल को इस झील में लाकर एकत्र किया जाएगा। इससे भूजल रिचार्ज हो सकेगा। भूजल का इस्तेमाल पेयजल आपूर्ति के लिए हो सकेगा, इसलिए दिल्ली सरकार नव निर्मित झीलों के पास भूजल प्रवाह जानने के लिए एक अध्ययन भी कराएगी। रोहिणी एसटीपी में 20 एमजीडी (मिलियन गैलन डेली) क्षमता का आरओ प्लांट और इस एसटीपी के चारों ओर ट्यूबवेल लगाया जाएंगे।

केशोपुर एसटीपी की भी बढ़ेगी क्षमता

दिल्ली सरकार ने वर्ष 2025 तक यमुना को साफ करने का लक्ष्य रखा है। इसके मद्देनजर केशोपुर फेज-एक एसटीपी की क्षमता 12 एमजीडी से बढ़ाकर 18 एमजीडी की जाएगी। इससे अधिक सीवरेज का शोधन सुनिश्चित हो सकेगा। इससे शोधित सीवेज के पानी की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। इसके अलावा यमुना को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। 

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