दिल्ली कांग्रेस के नेता देवेंद्र यादव ने संभाला उत्तराखंड का प्रभार, सीएम रावत से पूछे ये सवाल

देवेंद्र यादव ने कि जल्द ही राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि लगभग एक करोड़ की आबादी वाले उत्तराखंड में बेरोजगारी की समस्या नासूर बन गई है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 08:33 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 08:33 AM (IST)
दिल्ली कांग्रेस के नेता देवेंद्र यादव ने संभाला उत्तराखंड का प्रभार, सीएम रावत से पूछे ये सवाल
दिल्ली कांग्रेस के नेता देवेंद्र यादव ने संभाला उत्तराखंड का प्रभार, सीएम रावत से पूछे ये सवाल

नई दिल्ली  [संजीव गुप्ता]। दिल्ली कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उत्तराखंड प्रभारी का कार्यभार संभाल लिया है। अपने निवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात में उन्होंने राज्य के सियासी हालात पर चर्चा भी की। देवेंद्र यादव ने कि जल्द ही राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि लगभग एक करोड़ की आबादी वाले उत्तराखंड में बेरोजगारी की समस्या नासूर बन गई है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश रोजगार का सबसे बड़ा जरिया पर्यटन है। चारों धाम यही हैं और हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। इन्हीं से दुकानों, होटलों, ट्रांसपोर्ट और कई सेक्टर के लोगों को रोजगार मिलता है। लेकिन, कोरोना महामारी के चलते आज यह यात्रा भी बंद पड़ी है। उन्होंने कहा कि आज देवभूमि उत्तराखंड कई समस्याओं का सामना कर रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार कुछ नहीं कर रही।

देंवेंद्र यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से कुछ सवाल भी पूछे हैं। मसलन, चार धाम की यात्रा बंद होने से लाखों परिवारों का रोजगार छीन गया, क्या आपकी सरकार कोई वैकल्पिक योजना ला पाई? पलायन आज उत्तराखंड की बड़ी समस्या है, आपकी सरकार ने इसके लिए सिर्फ कागज भरने के अलावा क्या किया? घर लौटे युवाओं के पास रोजगार नहीं है, इसके लिए राज्य सरकार के पास क्या नीति है? उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव भी दिया कि सरकार को तुरंत प्रभाव से कांग्रेस की न्याय योजना लागू कर हर परिवार के खाते में पैसे डालने चाहिए। 

2022 में विधानसभा चुनाव

बता दें कि देंवेंद्र यादव को अभी हाल में ही उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया था। उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। प्रदेश में इस समय भाजपा की सरकार है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली थी। ऐसे में पार्टी नेतृत्व चुनाव की तैयारियों को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। देंवेंद्र यादव के सामने कांग्रेस को दोबारा सत्ता में वापसी दिलाना बड़ी चुनौती होगी।

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