अरविंद केजरीवाल बोले- अंग्रेजों ने भारत की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया, आजादी के बाद भी न हुआ बदलाव

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि अंग्रेजों ने भारत के शिक्षा तंत्र (Education System) को बर्बाद कर दिया। उन्होंने ऐसी शिक्षा व्यवस्था बनाई जो पढ़े लिखे लोग भारत के लिए नहीं बल्कि अंग्रेजों की सेवा करें।

By GeetarjunEdited By: Publish:Thu, 08 Jun 2023 06:00 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jun 2023 06:00 PM (IST)
अरविंद केजरीवाल बोले- अंग्रेजों ने भारत की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया, आजादी के बाद भी न हुआ बदलाव
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के पूर्वी दिल्ली परिसर के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल।

नई दिल्ली, पीटीआई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि अंग्रेजों ने भारत के शिक्षा व्यवस्था (Education System) को बर्बाद कर दिया। उन्होंने ऐसी शिक्षा व्यवस्था बनाई जो पढ़े लिखे लोग भारत के लिए नहीं बल्कि अंग्रेजों की सेवा करें।

1830 से पहले बहुत अच्छा एजुकेशन सिस्टम था। 1830 में मकौले ने जो शिक्षा व्यवस्था बनाई वो, भारत के लिए नहीं बनाई थी। वह उन्होंने क्लर्क पैदा करने की व्यवस्था बनाई थी। पढ़े लिखे क्लर्क पैदा होंगे और अंग्रेजों की सेवा करेंगे। दुर्भाग्य से आजादी के बाद भी वही सिस्टम चला आ रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि आप डिग्री ले लो, लेकिन नौकरी नहीं मिलती। हमें ऐसी शिक्षा व्यवस्था बनानी पड़ेगी, जो अल्टीमेटली आपको रोजगार दिलवाए। अब हम ऑटोमेशन, डिजाइन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डाटा मैनेजमेंट, इनोवेशन सिखाएंगे। ये तकनीकी युग की डिमांड है।

अरविंद केजरीवाल ने ये बातें गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के पूर्वी दिल्ली परिसर के उद्घाटन समारोह के दौरान कहीं। इस दौरान कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा नारे लगाए जाने से उन्हें रोका गया।

उन्होंने संबोधन में कहा कि अब हमारे पास 12वीं तक की शिक्षा के लिए एक सिस्टम है। पैसे नहीं भी हैं, तो भी अच्छी शिक्षा मिलेगी। अब हमें 12वीं के बाद की पढ़ाई के लिए सिस्टम बनाना है।

2015 में 2.5 lakh बच्चों में से 1.1 लाख बच्चों के लिए हायर एजुकेशन सीटें थीं। अब 1.5 लाख के लिए हैं।

388 करोड़ की लागत से 19 एकड़ में बना कैंपस

इसे लेकर कल बुधवार को शिक्षा मंत्री आतिशी ने पत्रकार वार्ता में बताया था कि 388 करोड़ की लागत से 19 एकड़ में बने आईपी के पूर्वी कैंपस में 2400 विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। कैंपस में 21वीं सदी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं।

इन पाठ्यक्रमों की होगी पढ़ाई

इसमें रोबोटिक्स, आटोमेशन, डिजाइन एंड इनोवेशन जैसे पाठ्यक्रमों के साथ विद्यार्थियों को रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। विद्यार्थियों के लिए बीटेक इन रोबोटिक्स एंड आटोमेशन, बीटेक इन एआइ एवं डेटा साइंस, बीटेक इन एआई व मशीन लर्निंग और बेचलर इन डिजाइन जैसे कोर्स पढ़ाए जाएंगे।

कैंपस में नौ मंजिला अकादमिक ब्लॉक

उन्होंने बताया था कि कैंपस में नौ मंजिला अकादमिक ब्लॉक और सात मंजिला एक मुख्य अकादमिक ब्लॉक है, जहां केंद्रीय पुस्तकालय, इन्क्यूबेशन सेंटर, लेक्चर थिएटर, कक्षाएं, शानदार आडिटोरियम, इंडोर स्पोर्ट्स हाल और रेजिडेंशियल आवासीय कांप्लेक्स हैं। स्पोर्ट्स हाल के साथ दो टेनिस कोर्ट और एक फुटबाल फील्ड भी बनाया जा रहा है।

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