Amonia Yamuna River: अमोनिया की मात्रा बढ़ने से निपटने के लिए दीर्घकालिक समाधान की जरूरत : शेखर सी. मांडे
Amonia Yamuna River बृहस्पतिवार को भी यमुना नदी में अचानक अमोनिया का जल स्तर बढ़ा तो तकरीबन 30 से अधिक इलाकों में लाखों लोगों को पेय जल से महरूम होना पड़ा जिससे लोगों को काफी दिक्कत पेश आई।
नई दिल्ली, एएनआइ। Amonia Yamuna River: यमुना नदी में अमोनिया का जलस्तर बढ़ने के कारण हर साल बार-बार दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में पानी आपूर्ति बाधित हो जाती है। बृहस्पतिवार को भी यमुना में अमोनिया का जल स्तर बढ़ा तो तकरीबन 30 से अधिक इलाकों में लाखों लोगों को पानी से महरूम होना पड़ा, जिससे लोगों को काफी दिक्कत पेश आई।
हालांकि, शनिवार से ज्यादातर इलाकों में पानी आपूर्ति सुचारू हो गई है, लेकिन कभी भी यह समस्या फिर पैदा हो सकती है। इससे पहले दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्डा ने जानकारी दी थी कि शनिवार को इसे दुरस्त कर लिया जाएगा। दरअसल, अमोनिया का स्तर बढ़ने से सोनिया विहार और भागीरथी जलशोधन संयंत्र में कामकाज प्रभावित हो गया था, जिससे कुछ इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हुई थी। इस बीच सीएसआइआर के महानिदेशक शेखर सी मांडे (CSIR Director General Shekhar C Mande) ने कहा है कि यमुना नदी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से निपटने के लिए दीर्घकालिक समाधान की जरूरत है क्योंकि स्थिति हर साल खुद को दोहराती है। उन्होंने कहा कि सर्दियों के दौरान मौसम में बदलाव से पहले यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ रहा है। यह 20-25 वर्षों से लगातार चल रहा है।
शेखर सी मांडे का कहना है कि सर्दियों से पहले अमोनिया के स्तर में एक स्पाइक होता है, जिससे पानी हानिकारक हो जाता है। ऐसी स्थिति में सुरक्षित स्तर 0.5 पीपीएम से नीचे माना जाता है। ऐसे में इस तरह के पानी का सेवन किया जाता है, तो इसके गंभीर प्रभाव हो सकते हैं। खासकर शरीर के कई अंगों को प्रभावित भी कर सकता है।
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के महानिदेशक ने यह भी बताया कि नागपुर (महाराष्ट्र) में राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (NEERI) इस समस्या पर समाधान या कम से कम परामर्श प्रदान करने में काफी हद तक सक्षम है।
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