Coronavirus Lockdown: प्रदूषण घटा तो बिखरी तारों की छटा, आकाश में दिख रहा मनमोहक नजारा
Coronavirus Lockdown नीला आकाश अब जहां लोगों को लुभा रहा है। वहीं प्रदूषण में गुम हुए तारे फिर टिमटिमाने लगे हैं।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। लॉकडाउन की वजह से वाहन, फैक्टियां और निर्माण कार्य बंद हुआ तो राजधानी में वायु प्रदूषण के स्तर में काफी सुधार आया और यह अच्छी श्रेणी में पहुंच गया। वायु प्रदूषण घटा तो दृश्यता बढ़ गई। इससे राष्ट्रीय राजधानी का आकाश मटमैले की जगह नीला दिखने लगा। यह नीला आकाश अब जहां लोगों को लुभा रहा है। वहीं प्रदूषण में गुम हुए तारे फिर टिमटिमाने लगे हैं। यही नहीं आकाश में अब सिंह, कालपुरुष और कृतिका नक्षत्र के तारामंडल सहित अन्य को शाम से ही देख सकते हैं। यही नहीं कुछ ग्रह तक नंगी आंखों से देखे जा सकते हैं। इसमें चमकीले ग्रह शुक्र के दर्शन भी किए जा सकते हैं।
आकाश के इस सुंदर दृश्य से खगोलविद् भी खासे उत्साहित हैं। नेहरू तारामंडल की निदेशक रत्ना श्री कहती हैं कि यह खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों और छात्रों के लिए अच्छा समय है। खगोल फोटोग्राफी को पसंद करने वाले लोग इस समय काफी व्यस्त हैं। दूरबीन से तो पूरा आकाश ही तारों से भरा दिख रहा है। खासकर यह दिल्ली की नई पीढ़ी के लिए वरदान ही है, जो प्रदूषण व प्रकाश के कारण अभी तक दिल्ली के आकाश में तारों से रूबरू नहीं हुए थे। राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण और अत्याधिक प्रकाश के कारण तारे नहीं दिखते हैं। प्रकाश की समस्या तो यथावत है पर प्रदूषण घटने से आकाश साफ दिखने लगा है। इसलिए कई सारे तारामंडल नजर आने लगे हैं।
सुपर मून में खूब चमका चांद
सुपर मून में पूरा चांद खूब चमका। माह में एक दिन चांद धरती के सबसे नजदीक होता है, तो उसे सुपर मून बोलते हैं। इसे पिंक मून के नाम से भी जाना जाता है। इसमें यह आम दिनों से बड़ा और चमकीला दिखाई दिया। सोने पर सुहागा यह रहा कि पूर्णिमा भी मंगलवार को थी। इसलिए चमकते चांद की आभा देखते ही बन रही थी। बुधवार की सुबह 6:20 मिनट पर यह अपने सबसे बड़े आकार में रहेगा। मंगलवार की रात इस चमकते चांद पर जिसकी निगाह पड़ी कुछ देर के लिए ठहर गई। इसे देखने के लिए खास तौर पर लोग छतों और बालकनी में आए। सोशल मीडिया पर भी ये छाया रहा।