Delhi Migrant Workers News: यूपी गेट पर जमा हुए कामगारों को शेल्टर होम भेजा गया
Delhi Migrant Workers News दिल्ली में यूपी गेट पर फ्लाईओवर के नीचे जमा हुए लोगों को बसों में बैठाकर शेल्टर होम ले जाया गया है।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। यूपी गेट पर जमा हुए कामगारों और उनके परिजनों को बसों में बैठाकर अलग-अलग शेल्टर होम ले जाया गया है। इन्हें रैन बसेरों में रखा जाएगा। इससे पहले मंगलवार दिन में यूपी गेट पर एक बार फिर प्रवासी कामगारों की भीड़ जुट गई थी। सभी लोगों को पुलिस ने फ्लाईओवर के नीचे रोक दिया था।
बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर के नीचे करीब तीन हजार लोग जुटे थे। इस दौरान यहां पर लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ी। लोग शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते नहीं दिखे।
यहां पर पहुंचने वाले लोगों का कहना है कि वे अपने गांव जाना चाहते हैं। दरअसल, कई दिनों से दिल्ली-यूपी बार्डर पर प्रवासी लोगों की भीड़ जुट रही है।
इसके बाद इनकी स्क्रीनिंग होगी। स्क्रीनिंग के बाद जो जहां पर जाना चाहता है उसके गृह राज्य जाने वाले स्पेशल श्रमिक ट्रेनों में इन्हें बैठाया जाएगा।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली और हरियाणा के विभिन्न इलाकों से कामगारों का पैदल पलायन जारी रहा। दिल्ली पुलिस की सख्ती के बाद यूपी गेट की ओर जाने वाले कामगार गाजीपुर डेयरी फार्म गोल चक्कर के पास फ्लाईओवर के नीचे जमा हो गए। इस दौरान लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करने की भी कोई सुध नहीं थी। इन्हें बस अपने घर जाने की धुन सवार थी।
अधिकांश लोगों का कहना था कि करीब दो महीने से कमरे का किराया बाकी रहने के कारण मकान मालिक किराया मांगने लगे थे, वहीं दुकानदारों ने भी उधार राशन देना बंद कर दिया था। राशनकार्ड न होने के कारण राशन भी नहीं मिल रहा था। उधर, दिल्ली और यूपी पुलिस भी अपनी-अपनी सीमा पर इन्हें रोकने के लिए पूरी तरह मुस्तैद थी।
पुलिसकर्मियों और खाना बांटने आए समाजसेवियों से सभी लोग घर पहुंचाने की गुहार लगा रहे थे। कुछ लोग कह रहे थे कि आप बस गाड़ी की व्यवस्था कर दो हम पैसे दे देंगे। वहीं इनके लिए खाना, पानी, बिस्किट, फल और जूस सहित सभी तरह की खाद्य सामग्री लेकर विभिन्न संगठनों के लोग लगातार पहुंच रहे थे। जो लोग रात में चलकर यहां पहुंचे थे वे थककर फ्लाईओवर के नीचे ही कपड़े बिछाकर परिवार सहित लेटे हुए थे। वहीं कुछ औरतें टॉयलेट-बाथरूम जाने के लिए परेशान थीं। काफी देर तक ये लोग इसी तरह यहां इधर से उधर भटकते रहे। दोपहर बाद पुलिस ने यहां उप्र और बिहार जाने वाले लोगों की अलग-अलग लाइनें लगवाना शुरू किया, लेकिन पुलिस ने इन्हें शेल्टर होम पहुंचाने में सुबह से शाम कर दी।