Delhi Water Crisis: बिजली-पानी संकट पर शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का मटका फोड़ प्रदर्शन

दिल्ली के संगम विहार में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मटका फोड़ प्रदर्शन किया।

By JP YadavEdited By: Publish:Tue, 18 Jun 2019 09:53 AM (IST) Updated:Tue, 18 Jun 2019 12:56 PM (IST)
Delhi Water Crisis: बिजली-पानी संकट पर शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का मटका फोड़ प्रदर्शन
Delhi Water Crisis: बिजली-पानी संकट पर शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस का मटका फोड़ प्रदर्शन

नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi Water Crisis: राजधानी दिल्ली में पानी और बिजली संकट पर राजनीति गहरा गई है। भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस कड़ी में कांग्रेस ने मंगलवार को बिजली-पानी कटौती के खिलाफ दिल्ली की 70 विधानसभाओं में कांग्रेस विरोध-प्रदर्शन कर रही है।

इसी क्रम में दिल्ली के संगम विहार में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मटका फोड़ प्रदर्शन किया। इसके अलावा ताहिर पुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आम लोगों की समस्याओं को लेकर केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

बताया जा रहा कि प्रदेश कांग्रेस के तीनों कार्यकारी अध्यक्ष, हारुन यूसुफ,राजेश लिलोथिया और देवेंद्र यादव, सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे हैं।

 

हारून यूसुफ के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित के निर्देशानुसार दिल्ली के सभी रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन जो दिल्ली में कांग्रेस शासन के दौरान भागीदारी स्कीम का हिस्सा थीं और जो आरडब्ल्यूए भागीदीरी का हिस्सा नहीं थी उन्हें भी सभी 70 विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि गर्मी के इन दिनों में लोगों को बिजली और पानी की किल्लत से परेशान होना पड़ता है। यूसुफ ने कहा कि पानी की न केवल गंभीर कमी है बल्कि जितना पानी मिल रहा है, वह भी लोगों के इस्तेमाल के लाइक नहीं है।

इससे पहले 12 जून को दिल्ली कांग्रेस प्रदेश कमेटी अध्यक्ष शीला दीक्षित ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। शीला दीक्षित ने बिजली और पानी की समस्या को लेकर केजरीवाल से यह मुलाकात की थी। इससे पहले शीला ने 10 जून को केजरीवाल से मुलाकात का समय मांगा था, लेकिन केजरीवाल ने मुलाकात के लिए बुधवार का समय दिया था।

शीला दीक्षित के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल सरकार ने बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाया है। बिजली के फिक्स्ड चार्ज जिसमें दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (DERC) ने पिछले साल मार्च में इजाफा किया था, उससे बिजली कंपनियों को लगभग 7000 करोड़ का फायदा हुआ। कांग्रेस मांग कर रही है कि इस पैसे को दिल्ली की जनता को रिफंड किया जाए।

शीला दीक्षित और कांग्रेस की मांग है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार लोगों के 6 महीने के बिजली बिल माफ करे जिससे कि उन्हें राहत मिले। कांग्रेस का मानना है कि गर्मी में दिल्ली के लोग बिजली और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं, जिसके लिए बिजली बिल माफ कर उन्हें राहत दी जा सकती है।

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