कई और राज्यों में डेंगू-चिकनगुनिया का कहर, AIIMS में 80% मरीज यूपी-बिहार के

पंजाब में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे प्रकोप घोषित कर दिया गया है। अब तक राय में डेंगू से 12 की मौत हो चुकी है

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 16 Sep 2016 08:47 AM (IST) Updated:Fri, 16 Sep 2016 10:27 AM (IST)
कई और राज्यों में डेंगू-चिकनगुनिया का कहर, AIIMS में 80% मरीज यूपी-बिहार के

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। डेंगू और चिकनगुनिया का कहर दिल्ली के आसपास के राज्यों में भी पैर पसारने लगा है। बहस्पतिवार को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल चिकनगुनिया से एक और मौत हो गई। वहीं शालीमार बाग के निजी अस्पताल में सोमवार को एक बुर्जग महिला की मौत भी चिकनगुनिया से हो गई थी। इसकी आधिकारिक पुष्टि गुरुवार को हुई।

इस तरह राजधानी में चिकनगुनिया से मौत का आकड़ा 13 पहुंच गया है। वहीं डेंगू से 18 लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ दिल्ली के आस पास के रायों में भी डेंगू और चिकनगुनिया पैर पसारने लगा है। पंजाब में स्थिति इतनी गंभीर है कि राय में डेंगू को प्रकोप घोषित कर दिया गया है। यहां डेंगू से अब तक 12 की मौत हो चुकी है।

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राजस्थान में भी स्थिति काफी खराब है। यहां डेंगू और चिकनगुनिया से अब तक 10 की मौत हुई है। ये मौत पिछले एक सप्ताह में हुई हैं। जबकि इस साल अब तक 50 की मौत हो चुकी है। दूसरी ओर राजधानी में डेंगू व चिकनगुनिया के जितने मामले आ रहे हैं, उसका 50 फीसद हिस्सा भी नगर निगम रिपोर्ट नहीं कर रहा है।

मछरों की उत्पत्ति रोकने में नाकाम नगर निगम बीमारी का प्रकोप कम करके दिखाने के चक्कर में मामलों को दबाने में लगा हुआ है। जबकि स्थिति यह है कि दिल्ली के सिर्फ आठ अस्पतालों में ही डेंगू व चिकनगुनिया के 5057 मामले सामने आ चुके हैं।

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ऐसे में असल आंकड़े इससे भी यादा है। नगर निगम के अनुसार 10 सितंबर तक अस्पतालों ने चिकनगुनिया के 1724 मामले रिपोर्ट की थी। 1057 मामलों को नगर निगम ने कंफर्म बताया था। वहीं डेंगू के 1158 मामलों की पुष्टि की थी।

गंगाराम अस्पताल में अब तक पांच की मौत

गंगाराम अस्पताल में पहले चिकनगुनिया से चार की मौत हुई थी, बृहस्पतिवार को जेडी मदान नामक मरीज की मौत के बाद यह संख्या पांच हो गई है। उन्हें 12 अगस्त को अस्पताल में भर्ती किया गया था। चिकनगुनिया की पुष्टि के बाद एक माह तक इलाज चला, लेकिन ब्लड कैंसर का मरीज होने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।

वहीं शालीमार बाग स्थित एक निजी अस्पताल में 60 वर्षीय महिला की सोमवार को चिकनगुनिया से मौत हो गई थी। उसे चिकनगुनिया के साथ सेप्सिस भी था। दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में चिकनगुनिया से मौत के जो मामले सामने आए हैं, उसमें से आठ उत्तर प्रदेश व पांच दिल्ली के हैं।

70 फीसद उत्तर प्रदेश व 10 फीसद मरीज बिहार के

उधर एम्स प्रशासन का कहना है यहां इलाज के लिए पहुंचने वालों में 70 फीसद मरीज उत्तर प्रदेश के हैं। इसके अलावा 10 फीसद बिहार के मरीज हैं। सिर्फ 20 फीसद मरीज ही दिल्ली के रहने वाले हैं। एक सितंबर से अब तक अस्पताल में डेंगू से 9 लोगों की मौत हुई। जिसमें दो मरीज दिल्ली के रहने वाले थे। इसके अलावा दो मरीज बिहार और अन्य पांच मरीज उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। इसके अलावा सफदरजंग में डेंगू से पांच, अपोलो में दो, आरएमएल व लोकनायक अस्पताल में एक-एक मामले सामने आ चुके हैं।

पंजाब में डेंगू को प्रकोप घोषित किया

पंजाब में डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसे प्रकोप घोषित कर दिया गया है। अब तक राज्य में डेंगू से 12 की मौत हो चुकी है और बृहस्पतिवार तक डेंगू के 1218 केस सामने आ चुके हैं।

राजस्थान में अब तक 50 की मौत

राजस्थान में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप सबसे अधिक है। राय में इन बीमारियों की वजह से इस साल अब तक 50 से यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं पिछले एक सप्ताह में 10 लोगों की मौत हुई है। राय में डेंगू के करीब 400, चिकनगुनिया के 75 और मलेरिया के करीब 300 केस पिछले छह महीने में सामने आए हैं।

राष्ट्रीय स्तर पर भी चिकनगुनिया के मामले हर साल घटते-बढ़ते रहे हैं। वर्ष 2010 में जहां देश भर में 48 हजार मामले दर्ज किए गए थे, वहीं उसके बाद के चार साल में ये मामले 20 हजार के नीचे ही रहे। पिछले वर्ष जरूर यह बढ़ कर 28 हजार के करीब पहुंच गया था।

इसी तरह डेंगू के इस वर्ष की शुरुआत से लेकर रविवार तक 36 हजार मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें 70 की मौत भी हो चुकी है। पिछले साल देश भर में लगभग एक लाख लोगों को डेंगू हुआ था और उनमें से 220 की मौत हो गई थी।

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