अगले कुछ महीनों में बदल जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का तरीका

स्थायी लाइसेंस बनवाने के लिए मैनुअल टेस्ट का तरीका बदल जाएगा। इसके लिए स्वचालित (ऑटोमेटेड) ड्राइविंग टेस्ट होगा। यह पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत होगा।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 20 Aug 2018 07:56 AM (IST) Updated:Mon, 20 Aug 2018 03:17 PM (IST)
अगले कुछ महीनों में बदल जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का तरीका
अगले कुछ महीनों में बदल जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने का तरीका

नई दिल्ली (वीके शुक्ला)। दिल्ली में जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए टेस्ट का तरीका बदलने जा रहा है। 31 अक्टूबर तक परिवहन विभाग के सभी (अथॉरिटी) क्षेत्रीय कार्यालयों में स्थायी लाइसेंस बनवाने के लिए मैनुअल टेस्ट का तरीका बदल जाएगा। इसके लिए स्वचालित (ऑटोमेटेड) ड्राइविंग टेस्ट होगा। यह पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत होगा। अब कोई सिफारिश नहीं चलेगी। निरीक्षकों की भागीदारी समाप्त हो जाएगी।

बता दें कि परिवहन निगम की 12 अथॉरिटी हैं, जहां ड्राइविंग लाइसेंस बनते हैं। परिवहन विभाग ने इन सभी के लिए लाइसेंस बनवाने का तरीका स्वचालित करने का निर्णय लिया है। सराय काले खां और शेख सराय अथॉरिटी में यह सुविधा शुरू हो चुकी है। जबकि 10 अन्य अथॉरिटी में अगस्त से यह सुविधा शुरू होनी थी, मगर तैयारी पूरी न होने के कारण अब इन्हें अक्टूबर तक शुरू किया जाएगा।

विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए इस टेस्ट को पास करना अनिवार्य कर दिया जाएगा। इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी होगी। कार के अंदर भी कैमरा होगा, ताकि यह पता चल सके कि लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाला ही टेस्ट देने आया है। जो लोग टेस्ट नहीं पास कर पाएंगे, वे अगर चाहेंगे तो उन्हें टेस्ट की वीडियो रिकॉडिर्ंग भी दी जाएगी, ताकि उन्हें पता चल सके कि टेस्ट पास न करने के क्या कारण रहे हैं।

शकूरबस्ती, राजा गार्डन, रोहिणी सेक्टर-28, बुराड़ी, लोनी रोड, विश्वास नगर, मयूर विहार फेज-एक, प्रताप नगर-हरि नगर, द्वारका व झड़ौदा कलां में ट्रैक बनाए जा रहे हैं। इनमें से मयूर विहार फेज-एक व विश्वास नगर के स्वचालित ट्रैक भी लगभग बनकर तैयार हैं। विभाग का मानना है कि नए ट्रैक पर ड्राइविंग टेस्ट से सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी, क्योंकि अनुभवी लोगों का ही लाइसेंस बन सकेगा। 

chat bot
आपका साथी