Delhi: द्वारका के चप्पे- चप्पे पर रहेगी पुलिस की नजर, ली जाएगी सरकारी एजेंसियों की मदद

Delhi police news पुलिस के अनुसार उपनगरी द्वारका में अभी केंद्र सरकार के अनेक महत्वपूर्ण कार्यालय द्वारका में स्थानांतरित होने वाले हैं। इनमें चुनाव आयोग सामाजिक कल्याण मंत्रालय सीबीएसई डिप्लोमेटिक एंक्लेव वल्र्ड कन्वेंशन सेंटर सहित अनेक कार्यालय शामिल हैं।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Mon, 23 Nov 2020 06:13 AM (IST) Updated:Mon, 23 Nov 2020 11:01 AM (IST)
Delhi: द्वारका के चप्पे- चप्पे पर रहेगी पुलिस की नजर, ली जाएगी सरकारी एजेंसियों की मदद
वाहनों की गतिविधि क्या रही पुलिस इसका भी पता कर सकेगी।

नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। यदि सब कुछ सही रहा तो उपनगरी के चप्पे चप्पे पर पुलिस की नजर रहेगी। इसके लिए पुलिस ने एक बृहद योजना तैयार की है। योजना के तहत उपनगरी में प्रवेश व निकास के तमाम रास्तों सहित प्रत्येक चौराहे व तिराहे को सीसीटीवी कैमरे की जद में लाने का फैसला किया। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए दिल्ली पुलिस सरकारी एजेंसियों की मदद लेगी। दिल्ली विकास प्राधिकरण, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम व अन्य सरकारी विभागों से पुलिस अधिकारियों की इस मसले पर बात भी हुई है। ये विभाग सहयोग के लिए राजी भी हैं। अभी उपनगरी द्वारका तीन थाना क्षेत्रों में बंटी है। इनमें सेक्टर 23, द्वारका नार्थ व द्वारका साउथ थाना क्षेत्र शामिल हैं। पूरी उपनगरी द्वारका सब डिवीजन के अंतर्गत आती है। इतने बड़े इलाके में सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम एक बड़ी चुनौती है।

अभी उपनगरी में प्रवेश व निकास के लिए मुख्य रूप से चार रास्ते हैं। ये रास्ते दिल्ली कैंट, कापसहेड़ा, नजफगढ़, डाबड़ी की ओर से आते हैं। योजना है कि इन बिंदुओं से उपनगरी में दाखिल होने वाली सभी गाड़ियों व लोगों पर पुलिस की नजर रहे। इसके लिए इन बिंदुओं पर उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात हो रही है। इसके अलावा उपनगरी में दाखिल होने के बाद वाहनों कहीं न कहीं चौराहे या तिराहे से हर हाल में गुजरना होगा। इसके लिए सभी चौराहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाएगी। योजना के तहत एक चौराहा पर चारों अलग अलग दिशाओं में चार कैमरे लगाए जाएंगे।

इस हिसाब से उपनगरी के सभी चौराहों के लिए कम से कम 400 कैमरों की जरूरत होगी। प्रवेश व निकास बिंदुओं पर पुलिस उच्च क्षमता वाले ऐसे कैमरे का इस्तेमाल करेंगे जिनमें वाहनों के नंबर प्लेट कैद हो जाएं। इससे पुलिस उपनगरी में दाखिल होने वाले सभी वाहनों पर तब तक नजर रखने में सक्षम हो सकेंगे जब तक वह उपनगरी की सड़कों पर दौड़ेगी। पुलिस यह भी पता लगा सकेगी कि यह वाहन कब उपनगरी में आया और कब निकला। इतना ही इस बीच वाहनों की गतिविधि क्या रही पुलिस इसका भी पता कर सकेगी।

क्यों है जरूरत

पुलिस के अनुसार उपनगरी द्वारका में अभी केंद्र सरकार के अनेक महत्वपूर्ण कार्यालय द्वारका में स्थानांतरित होने वाले हैं। इनमें चुनाव आयोग, सामाजिक कल्याण मंत्रालय, सीबीएसई, डिप्लोमेटिक एंक्लेव, वल्र्ड कन्वेंशन सेंटर सहित अनेक कार्यालय शामिल हैं। इन कार्यालय में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन होंगे जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। ऐसे में उपनगरी द्वारका की सुरक्षा की संवेदनशीलता को समझा जा सकता है। पुलिस की कोशिश है कि उपनगरी में स्ट्रीट क्राइम का ग्राफ शुन्य किया जाए।

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