जारी है 'आप' का सियासी ड्रामा, केजरीवाल के कब्जे में रहा राजनिवास का प्रतीक्षालय

'आप' नेताओं ने संदेश जारी कर कार्यकर्ताओं को सिविल लाइंस मेट्रो स्टेशन पर जुटने को कहा। हालांकि इन सब प्रयासों के बाद भी केजरीवाल के समर्थन में भीड़ नहीं जुट सकी।

By Amit MishraEdited By: Publish:Tue, 12 Jun 2018 09:50 PM (IST) Updated:Tue, 12 Jun 2018 10:01 PM (IST)
जारी है 'आप' का सियासी ड्रामा, केजरीवाल के कब्जे में रहा राजनिवास का प्रतीक्षालय
जारी है 'आप' का सियासी ड्रामा, केजरीवाल के कब्जे में रहा राजनिवास का प्रतीक्षालय

नई दिल्ली [जेएनएन]। देश की राजधानी दिल्ली में सियासी ड्रामा जारी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने तीन मंत्रियों के साथ दूसरे दिन भी राजनिवास के प्रतीक्षालय पर कब्जा जमाए रखा। केजरीवाल ने वीडियो संदेश जारी कर लोगों को अपने समर्थन में जुटाने की कोशिश की। 'आप' नेताओं ने भी वाट्सएप पर संदेश जारी कर कार्यकर्ताओं को सिविल लाइंस मेट्रो स्टेशन पर जुटने को कहा। हालांकि इन सब प्रयासों के बाद भी केजरीवाल के समर्थन में भीड़ नहीं जुट सकी।

भूख हड़ताल पर सत्येंद्र जैन 

केजरीवाल के साथ राजनिवास में धरने पर बैठे मंत्री सत्येंद्र जैन ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार को डॉक्टरों की टीम ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। दूसरी ओर, केजरीवाल के धरने को लेकर माहौल बनाने के लिए मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर दिनभर रणनीति बनती रही। विधायकों और कार्यकर्ताओं की बैठकें हुई। कुछ कार्यकर्ता व विधायक मुख्यमंत्री निवास पर धरने पर भी बैठे। इस बीच, अधिकारियों के हड़ताल पर होने के मुख्यमंत्री के आरोपों पर नौकरशाही ने भी साफ कर दिया कि सरकार में कोई हड़ताल नहीं है, सभी काम हो रहे हैं।

खिसक चुकी है केजरीवाल की सियासी जमीन 

राजनिवास में केजरीवाल के चल रहे इस धरने के बाद भी उपराज्यपाल सचिवालय की ओर से उनकी मांगें माने जाने के संकेत न मिलने से जाहिर हो रहा है कि यह लड़ाई लंबी खिंच सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि केजरीवाल की सियासी जमीन खिसक चुकी है। नौकरशाही में उनका दबदबा समाप्त हो चुका है। अधिकारियों पर न मंत्री और न ही विधायकों का रौब चलता है। माहौल को भांपते हुए आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की मांगों के मुद्दे को गरमाने का प्रयास किया है।

राजनिवास की ओर से कोई संपर्क नहीं किया गया

पार्टी ने अपनी बात रखने के लिए दो बार प्रेसवार्ता बुलाई। शाम के समय 'आप' ने साफ किया कि उपराज्यपाल के विरोध में बुधवार को शाम के समय मुख्यमंत्री निवास से राजनिवास तक विधायक व कार्यकर्ता पैदल मार्च निकालेंगे। 'आप' के नेता पंकज गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री और तीन अन्य मंत्री उपराज्यपाल निवास पर धरने पर बैठे हुए हैं। मगर अभी तक हम लोगों से राजनिवास की ओर से कोई संपर्क नहीं किया गया है।

रखा जा रहा है चाय-पानी का ध्यान

उधर, केंद्र सरकार, उपराज्यपाल निवास और दिल्ली सरकार में काम कर रही नौकरशाही की नजर इस पूरे मामले पर है। वहीं, चर्चा इस बात की भी है कि इतना सब होते हुए भी उपराज्यपाल के निर्देश पर राजनिवास केजरीवाल व तीन अन्य मंत्रियों के चाय-पानी का ध्यान रख रहा है। खाना मंत्रियों के यहां से आ रहा है।

केजरीवाल ने रखी तीन मांगें

सोमवार को दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के समापन के बाद केजरीवाल शाम साढ़े पांच बजे के करीब एलजी से मिलने राजनिवास पहुंचे थे। उनके साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन और श्रम मंत्री गोपाल राय भी थे। एलजी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने उन्हें एक ज्ञापन देते हुए तत्काल तीन मांगें मानने की बात कही।

पहली- दिल्ली के आइएएस अधिकारी जो चार माह से हड़ताल पर हैं, उन्हें काम पर लौटने का आदेश दिया जाए।

दूसरी- जिन अधिकारियों ने चार माह से काम लटका रखा है, उन पर कार्रवाई की जाए।

तीसरी- राशन की घर पर ही डिलीवरी योजना को मंजूरी दी जाए।

एलजी ने इसके लिए साफ इन्कार कर दिया। इस पर मुख्यमंत्री तीनों मंत्रियों के साथ उपराज्यपाल के चैंबर से निकल प्रतीक्षालय में आकर धरने पर बैठ गए।

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