Delhi: फिर बिगड़े राजेंद्र पाल गौतम के बोल, श्रीरामचरित मानस पर दिया विवादित बयान

उन्होंने कहा कि जिस ग्रंथ को भारत में कुछ लोग पूजते हैं वो पिछले दिनों काफी चर्चा में रहा और उस पर शोर शराबा भी हुआ है। गौतम ने कहा यह ग्रंथ कहता है कि ‘ढोल गंवार क्षुद्र पशु नारी सकल ताड़ना के अधिकारी’। (File Photo)

By sanjeev GuptaEdited By: Publish:Thu, 30 Mar 2023 08:34 AM (IST) Updated:Thu, 30 Mar 2023 08:34 AM (IST)
Delhi: फिर बिगड़े राजेंद्र पाल गौतम के बोल, श्रीरामचरित मानस पर दिया विवादित बयान
Delhi: फिर बिगड़े राजेंद्र पाल गौतम के बोल, श्रीरामचरित मानस पर दिया विवादित बयान

नई दिल्ली,राज्य ब्यूरो। आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार उन्होंने बगैर नाम लिए तुलसीकृत श्रीरामचरित मानस का बहिष्कार करने की मांग कर दी।

विधानसभा में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा करते हुए उन्होंने श्रीराम चरित मानस की एक चौपाई पर सवाल उठाया। इसे हटाने की मांग करते हुए कहा कि इसमें महिलाओं के उत्पीड़न को प्रश्रय दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिस ग्रंथ को भारत में कुछ लोग पूजते हैं, वो पिछले दिनों काफी चर्चा में रहा और उस पर शोर शराबा भी हुआ है।

गौतम ने कहा, यह ग्रंथ कहता है कि ‘ढोल गंवार क्षुद्र पशु नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी’। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्रंथ की पूजा करना, जो ढोल गंवार क्षुद्र पशु और नारी को एक श्रेणी में रखकर मारने पीटने की बात करता है।

उन्होंने कहा कि यह ग्रंथ इंसान को इंसान ना मानने की बात करता है, ऐसे ग्रंथों का हमें बहिष्कार करना चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन में केंद्र सरकार से मांग की कि ऐसी बातों को ग्रंथ से अविलंब हटाया जाना चाहिए। गौतम ने कहा कि यह महिला उत्पीड़न से जुड़ा मामला है। इस ग्रंथ में महिलाओं के चरित्र के बारे में बुरे-बुरे शब्द लिखे हैं।

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