बच्चों को कॉपियों के बदले रुपये देने का विरोध

पूर्वी दिल्ली नगर निगम शिक्षा समिति की बैठक में सदस्यों ने कॉपियों के बदले बच्चों को रुपये देने की योजना का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों को नुकसान हो जाएगा। समिति चेयरमैन राजकुमार बल्लन ने भी कहा कि अगर अभिभावकों

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 08:57 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 08:57 PM (IST)
बच्चों को कॉपियों के बदले रुपये देने का विरोध
बच्चों को कॉपियों के बदले रुपये देने का विरोध

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :

पूर्वी दिल्ली नगर निगम शिक्षा समिति की बैठक में सदस्यों ने कॉपियों के बदले बच्चों को रुपये देने की योजना का विरोध किया। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों को नुकसान होगा। समिति के चेयरमैन राजकुमार बल्लन ने भी कहा कि अगर अभिभावकों को राशि दी जाती है तो इसके घर के अन्य मद में खर्च होने की आशंका रहेगी।

शिक्षा समिति की बैठक में इस मामले को सदस्य विनोद बछेती ने जोर-शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि निगम का शिक्षा विभाग इस योजना पर काम कर रहा है कि बच्चों को कॉपियों के बदले राशि दी जाए। इससे बच्चों को लाभ नहीं होगा। निगम स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों को किताबों को साथ एक विषय की दो मोटी कॉपियां दी जाती हैं, लेकिन इस बार टेंडर प्रक्रिया नहीं होने की वजह से राशि देने की योजना पर काम हो रहा है। समिति के चेयरमैन राजकुमार बल्लन ने भी कहा कि निगम स्कूलों में बच्चे जिस आर्थिक वर्ग से आते हैं वहां आर्थिक विषमताएं काफी अधिक होती हैं। इस वजह से इसका असर बच्चों पर पड़ने की संभावना रहेगी। इसलिए विभाग अपने प्रयासों से ऐसी व्यवस्था करें कि उन्हें कॉपियां ही मिलें, इसके बदले राशि नहीं। उदय कौशिक ने सवाल उठाया कि जिन प्राइवेट स्कूलों की जांच हो चुकी है और सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है उन्हें मान्यता देने में देरी क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि मान्यता देने की प्रक्रिया फरवरी तक समाप्त कर देनी चाहिए, जिससे नए सत्र से स्कूलों को समस्या का सामना न करना पड़े। फाइलों को ज्यादा लटकाया नहीं जाना चाहिए। शशि चांदना ने स्कूलों के बाहर होने वाले अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बार-बार इसकी शिकायत की जाती है, लेकिन इस पर गौर नहीं किया जा रहा है। कई पार्षदों ने समिति की बैठक में पिछली बैठक का अधूरी एक्शन टेकन रिपोर्ट देने पर आपत्ति उठाई। उन्होंने कहा कि विभाग पूरी जानकारी लेकर जवाब दे।

समिति के चेयरमैन ने बुनियाद कार्यक्रम को इस बार गंभीरता से लेने के लिए कहा। पिछले साल इसमें व्यवधान आ गया था। बुनियाद कार्यक्रम उन बच्चों के लिए गर्मी की छुट्टियों में चलाया जाता है, जो पढ़ाई में कमजोर हैं। उन्होंने सफाई कर्मचारी, माली और गार्ड की व्यवस्था शीघ्र करने के लिए भी कहा। आम आदमी पार्टी की पार्षद रेशमा नदीम ने बैठक का बहिष्कार किया। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों एक निगम स्कूल में मासूम बच्ची के दुष्कर्म की वारदात हुई थी। इस मामले में निगम ने ठोस कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने जो सवाल पूछे थे उसका ठीक तरीके से जवाब भी नहीं दिया गया है।

chat bot
आपका साथी