कुपोषण के प्रति लोगों को जागरूक कर चलाया हस्ताक्षर अभियान

स्थित समुदाय भवन में Þकुपोषण से आजादी'पर लोगों को जागरुक किया गया। इस अवसर पर लोगों को कुपोषण बीमारी के प्रति जागरुक कर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। यह आभियान पूर्वी दिल्ली के मंडावली में भुखमरी से हुई तीन बहनों की मौत को मद्देनजर रखते हुए राजधानी दिल्ली में कुपोषण और भुखमरी को ख्ताम के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रीय ध्यज लहराते हुए Þहम क्या चाहते हैं, कुपोषण से आजादी'के नारे से साथ की गई। प्रचारक प्रवीण वर्मा ने बताया कि अगर बचपन के शुरूआती वर्षों में ही कुपोषण बीमारी को रोका नहीं गया तो इससे मृत्यु तक हो सकती है। उन्होंने बताया कि भोजन और पोषण मानव अधिकार है, यह राज्यों का दायित्व है कि वह यह आश्वस्त करें कि कोई व्यक्ति भोजन से वंचित न रहे। यह एक गंभीर समस्या है जिसके लिए सरकार व लोगों को जागरुक होने की आवश्यकता है। उन्होंने बता

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 07:59 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 11:46 PM (IST)
कुपोषण के प्रति लोगों को जागरूक कर चलाया हस्ताक्षर अभियान
कुपोषण के प्रति लोगों को जागरूक कर चलाया हस्ताक्षर अभियान

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : न्यू सीमापुरी स्थित समुदाय भवन में कुपोषण से आजादी के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर जागरूकता के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। यह अभियान मंडावली में भुखमरी से हुई तीन बहनों की मौत को मद्देनजर रखते हुए राजधानी में कुपोषण और भुखमरी को खत्म करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए 'हम क्या चाहते हैं, कुपोषण से आजादी' के नारे से साथ की गई।

इंटीग्रेटेड सोसायटी फॉर ह्यूमेनिटी अवेयरनेस एंड नोबेलिटी के प्रचारक प्रवीण वर्मा ने बताया कि अगर बचपन के शुरुआती वर्षो में ही कुपोषण को रोका नहीं गया तो इससे मृत्यु तक हो सकती है। उन्होंने बताया कि भोजन और पोषण मानव अधिकार है। यह राज्यों का दायित्व है कि वे यह आश्वस्त करें कि कोई व्यक्ति भोजन से वंचित न रहे। यह गंभीर समस्या है। इसके लिए सरकार व लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के कई युवा स्वैच्छिक रूप से भुखमरी और कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए इस अभियान में शामिल हुए हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए।

इसके बाद क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इसमें पांच वर्ष से लंबित मांगों को पूरा करने के लिए लोगों का सहयोग लिया गया। इसमें राज्य खाद्य आयोग के गठन, कुपोषण नीति व उसके लिए बजट, सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12 वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए भी मध्याह्न भोजन की व्यवस्था, सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ियों में अंडे, केले व दूध का वितरण, सरकारी स्कूल व आंगनबाड़ियों में बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की व्यवस्था का विकेंद्रीकरण, जिसके लिए सामुदायिक रसोई बनाने की मांग शामिल है। इन छह मांगों वाले पत्र पर क्षेत्र में घूम-घूम कर लोगों से हस्ताक्षर कराए गए। इस हस्ताक्षर अभियान से 50 हजार लोगों को जोड़ने की मुहिम चलाई गई है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो सकें। इस अभियान में छाया, उज्मा बेगम, रुकय्या बानो, अर¨वद, अनुराधा नेगी, रुकसार, दीपांशु, आकाश व ¨पकी आदि शामिल रहे।

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