EXCLUSIVE: IPL 2019 शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करना चाहते हैं हनुमा विहारी

विहारी ने कहा कि अगर मुझे शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने का मौका मिला तो मैं अपनी प्रतिभा को दिखा सकता हूं।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Thu, 04 Apr 2019 08:42 PM (IST) Updated:Fri, 05 Apr 2019 12:02 AM (IST)
EXCLUSIVE: IPL 2019 शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करना चाहते हैं हनुमा विहारी
EXCLUSIVE: IPL 2019 शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करना चाहते हैं हनुमा विहारी

आइपीएल का मौजूदा सत्र दिल्ली कैपिटल्स के लिए अब तक लिए मिला जुला रहा है। इस दौरान टीम की बल्लेबाजी शीर्ष क्रम के कुछ ही खिलाडि़यों पर निर्भर रही है। भारतीय टेस्ट टीम के सदस्य और दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज हनुमा विहारी को मध्य क्रम में खेलने का मौका मिला है लेकिन उनका मानना है कि अगर उन्हें शीर्ष क्रम में खेलने का मौका मिला तो वह अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। आइपीएल और आगामी विश्व कप को लेकर हनुमा विहारी से अभिषेक त्रिपाठी ने खास बातचीत की। पेश है उस बातचीत के प्रमुख अंश-

- दिल्ली कैपिटल्स के लिए आइपीएल का मौजूदा सत्र मिला जुला रहा है। अब टीम से आगे कैसी उम्मीदें हैं ?

-हमने शुरुआत में आइपीएल की दो मजबूत टीमों को हराया है। मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइटराइडर्स की टीमें आइपीएल की बेहद मजबूत टीमों में से हैं और हमने इन दोनों के खिलाफ जीत हासिल की। मेरे हिसाब से यह एक सकारात्मक पहलू है। आगे अच्छा प्रदर्शन जारी रखना आसान नहीं होगा, लेकिन हम अच्छा खेल रहे हैं। कई मौकों पर हमने आखिरी कुछ ओवरों में मुकाबले गंवाए हैं, लेकिन अगर हम इन्हें ठीक कर लें तो हम अच्छा कर सकते हैं।

-क्या आपको उम्मीद है कि आइपीएल के बाद आपको विश्व कप की भारतीय टीम में जगह मिलेगी ?

-मैं फिलहाल उस बारे में नहीं सोच रहा। अभी मैं मौजूदा समय पर ध्यान दे रहा हूं जिस पर मेरा वश है। अभी मैं आइपीएल में अपने खेल का आनंद ले रहा हूं। इसमें अच्छे प्रदर्शन पर मेरा ध्यान है।

-क्या आप मानते हैं कि क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में ऑलराउंडर की अहमियत बढ़ गई है?

-बिलकुल। हर टीम ऐसा खिलाड़ी चाहती है जो तीनों विभागों (बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण) में कुशल हो और वह टीम की संतुलन को बनाने के लिए जरूरी होता है। जो खिलाड़ी बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी कर सकता है, उसकी टीम में अहमियत ज्यादा होती है।

-आपकी टीम में सौरव गांगुली और रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज हैं। इन दोनों की उपस्थिति से आपको कितना फायदा पहुंचा है?

-देखिए, अनुभव बहुत मायने रखता है। जिस तरह से वे मैदान से बाहर और टीम मीटिंग में चीजों को बताते हैं, उनका मैं अनुसरण करने की कोशिश करता हूं और उसके आधार पर अपने खेल में सुधार करने की कोशिश करता हूं। उम्मीद है कि इससे भविष्य में मैं एक अच्छा खिलाड़ी साबित हो सकूंगा।

-नया नाम, नई जर्सी और नई टीम के साथ बहुत सारी चीजें इस सत्र में दिल्ली के लिए बदली हैं। आपको लगता है कि इससे खिलाडि़यों की मानसिकता पर प्रभाव पड़ा है?

-बिलकुल, इससे टीम में एक ताजगी आई है। यह एक नई शुरुआत की तरह है और इसका असर भी दिखा है। नए नाम, नई जर्सी और दूसरी नई चीजें से निश्चित रूप से मदद मिली है और आगे भी मिलेगी। हालांकि अभी सत्र की शुरुआत है तो हम नहीं कह सकते है कि इससे टीम पर कितना प्रभाव पड़ा है। मेरा मानना है कि यह सब चीजें टीम के प्रदर्शन पर केवल एक फीसद ही असर डालती हैं।

-क्या आपको लगता है कि दिल्ली की यह टीम आइपीएल के पिछले 11 सत्र की टीम से बेहतर है?

-मुझे लगता है कि टीम में युवा और अनुभवी खिलाडि़यों का अच्छा मिश्रण है और मेरा मानना है कि यह टीम पिछले साल या उससे पहले की टीमों से ज्यादा संतुलित है। हमारे पास विकल्पों की भी भरमार है जो कि टीम के लिए एक सकारात्मक पहलू है। हालांकि सबके बावजूद मैदान पर टीम का प्रदर्शन सबसे अहम होता है।

-क्या दिल्ली के बल्लेबाजों को आइपीएल में कोई खास नसीहत या सुझाव दिए गए हैं?

-हमारे लिए सबसे पहली रणनीति यही रहती है कि हमारे शीर्ष चार बल्लेबाज मुकाबले को खत्म करके लौटें। कोलकाता के खिलाफ मुकाबले में भी हमारे शीर्ष क्रम ने अच्छा प्रदर्शन किया था। यही हमारे शीर्ष क्रम की भूमिका है और उम्मीद है कि हम इसे आगे करना जारी रखेंगे।

-खिलाडि़यों को खुद को तराशने के लिए आइपीएल कितना पड़ा मंच है?

-आइपीएल के जरिये आपको पहचान मिलती है। ऐसे टूर्नामेंट में खेलने के बाद आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते हुए कुछ भी नया नहीं लगेगा। आइपीएल आपकी प्रतिभा को दिखाने का सबसे बड़ा मंच है। युवाओं के लिए यह सबसे बड़ा मंच है।

- आपके ऊपर टेस्ट क्रिकेटर का टैग लगा हुआ है। क्या आपको लगता है कि यहां से आपको अपने ऊपर से टेस्ट क्रिकेटर के ठप्पे को हटाने में मदद मिलेगी?

-अगर मुझे शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करने का मौका मिला तो मैं अपनी प्रतिभा को दिखा सकता हूं क्योंकि अमूमन मैं शीर्ष क्रम में ही खेलता हूं। हालांकि मैं अभी वहां फिट नहीं बैठ पा रहा हूं इसलिए मुझे मध्य क्रम में खेलना पड़ रहा है। मैं अपने मौके के लिए इंतजार करूंगा और जब मौका मिलेगा तब मैं अपनी प्रतिभा को दिखा सकूंगा। लोग आपके काम के हिसाब से आपका आकलन करते हैं लेकिन अक्सर लोगों को गलत साबित करना अच्छा लगता है और जब समय आएगा तो मैं भी दिखाऊंगा।

-विश्व कप में भारत से कितनी उम्मीदें हैं और भारत को किन टीमों से चौकन्ना रहना होगा?

-हम पिछले कुछ वषरें से तीनों प्रारूप में अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं। इंग्लैंड एक ऐसी जगह है जहां सफेद गेंद की क्रिकेट (सीमित ओवर) में बल्लेबाजी करना आसान होता है। हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती मेजबान इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया होंगे। इस समय इंग्लैंड बहुत अच्छी क्रिकेट खेल रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने भी सही समय पर अपनी रफ्तार पकड़ ली है। उसने भारत के अलावा यूएई में पाकिस्तान के खिलाफ अच्छी क्रिकेट खेली। ऐसे में मेरा मानना है कि ये वे दो टीमें हैं जो भारत के लिए कड़ी चुनौती पेश कर सकती हैं।

-आप भारत के लिए खेल चुके हैं। ऐसे में आपको विराट कोहली एक बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर कैसे लगते हैं?

-विराट एक बहुत ही सकारात्मक सोच वाले कप्तान हैं। वह हमेशा जीतना चाहते हैं। यही चीज उनकी बल्लेबाजी में भी दिखती है। उनकी बल्लेबाजी में जबरदस्त ऊर्जा होती है। वह हमेशा ड्रेसिंग रूम में खिलाडि़यों को प्रेरित करते हैं। वह एक ऐसे कप्तान हैं जो टीम को विश्व कप दिला सकते हैं।

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