भारतीय टीम की चयन समिति पर गेंदबाजों का कब्जा, क्या BCCI से हो गई चूक?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने चेतन शर्मा एबे कुरुविला और देवाशीष मोहंती को चयन समिति में शामिल किया है। इस तरह से इस चयन समिति में अब सभी गेंदबाज हो गए हैं जिसमें चार तेज गेंदबाज हैं और एक स्पिनर।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Fri, 25 Dec 2020 07:37 AM (IST) Updated:Fri, 25 Dec 2020 07:37 AM (IST)
भारतीय टीम की चयन समिति पर गेंदबाजों का कब्जा, क्या BCCI से हो गई चूक?
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए चयन समिति चुनी गई है।

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। चार तेज गेंदबाज और एक बायें हाथ के स्पिनर का संयोजन.. ये ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भारतीय टीम का मेलबर्न में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए गेंदबाजी संयोजन नहीं है, बल्कि बीसीसीआइ की नई चयन समिति के सदस्यों की पहचान है। अब भारतीय क्रिकेट टीम के चयन की जिम्मेदारी पांच गेंदबाजों के हाथों में होगी। बीसीसीआइ ने जिस पांच सदस्यों वाली चयन समिति का ऐलान किया है, उसमें एक भी विशुद्ध बल्लेबाज नहीं है।

बीसीसीआइ की गुरुवार को अहमदाबाद में हुई 89वीं वार्षिक आम सभा (एजीएम) के दौरान मदन लाल की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज चेतन शर्मा को सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया। उनके साथ ही इस चयन समिति में एबे कुरुविला और देबाशीष मोहंती को भी जगह मिली है।

पूर्व तेज गेंदबाजों चेतन, कुरुविला और मोहंती के अलावा पांच सदस्यीय इस चयनसमिति के दो अन्य सदस्य बायें हाथ के स्पिनर सुनील जोशी और पूर्व तेज गेंदबाज हरविंदर सिंह हैं। हालांकि, जोशी और हरविंदर मार्च से चयन समिति में शामिल हैं और जोशी पहले चयन समिति के प्रमुख थे, लेकिन चेतन के आने के बाद उनके ज्यादा अनुभव की वजह से वह अब चयन समिति के प्रमुख नियुक्त किए गए हैं।

बीसीसीआइ के नियम के मुताबिक चयन समिति के जिस सदस्य को सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने का अनुभव होता है, उसे ही प्रमुख नियुक्त किया जाता है। चेतन ने 17 साल की उम्र में भारत के लिए वनडे पदार्पण और 18 साल की उम्र में टेस्ट पदार्पण किया था। वह भारत के लिए किसी भी प्रारूप में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज हैं। उन्होंने 1987 विश्व कप में नागपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के दौरान केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ और इवन चैटफील्ड को बोल्ड कर हैट्रिक ली थी।

वह विश्व कप में हैट्रिक लेने वाले किसी भी देश के पहले गेंदबाज हैं। 1986 में शारजाह में एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियादाद ने चेतन द्वारा फेंकी गई मैच की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर भारत से ट्रॉफी छीन ली थी। मदन लाल, आरपी सिंह और सुलक्षणा नाइक वाली सीएसी ने गुरुवार को कई उम्मीदवारों में साक्षात्कार किए, जिनमें अजीत अगरकर, शिव सुंदर दास, नयन मोंगिया और मनिंदर सिंह जैसे नाम शामिल हैं।

इन सबको पीछे छोड़ते हुए सीएसी ने इन तीनों के नामों पर अपनी मुहर लगाई। दिलचस्प बात यह है कि चयन समिति के अध्यक्ष के तौर पर एक अन्य पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अगरकर का नाम सबसे आगे चल रहा था, लेकिन उनका चयन नहीं हो सका। टीम इंडिया की नई चयन समिति का कार्यकाल इंग्लैंड के खिलाफ पांच फरवरी से शुरू होने वाली घरेलू सीरीज से शुरू होगा। चेतन की अगुआई में चयनकर्ता इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट, पांच टी-20 और तीन वनडे मैचों के लिए टीम चुनेंगे। सीएसी चयनकर्ताओं के कार्यकाल का एक साल बाद समीक्षा करेगी।

किस दिग्गज को है कितना अनुभव

54 वर्षीय चेतन शर्मा ने 23 टेस्ट मैचों में 61 विकेट और 65 वनडे मैचों में 67 विकेट चटकाए हैं। दूसरे नंबर पर 50 वर्षीय सुनील जोशी हैं, जिन्होंने 15 टेस्ट मैचों में 41 विकेट और 69 वनडे मैचों में 69 सफलताएं हासिल की हैं। तीसरे स्थान पर 52 वर्षीय एबे कुरुविला हैं, जिन्होंने 10 टेस्ट मैचों में 25 विकेट और 25 वनडे मैचों में इतने ही विकेट चटकाए हैं। चौथे नंबर पर 44 वर्षीय देवाशीष मोहंती का नाम शामिल है, जिन्होंने 2 टेस्ट मैचों में 4 विकेट और 45 वनडे मैचों में 57 विकेट अपने नाम किए हैं। पांचवे नंबर पर 43 वर्षीय हरविंदर सिंह हैं, जिन्होंने 3 टेस्ट मैचों में 4 विकेट और 16 वनडे मैचों में 24 विकेट लिए हैं।

चयन समिति के प्रमुख चुने गए चेतन शर्मा ने कहा है, "मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई है उसके लिए मैं बीसीसीआइ का आभारी हूं। मुझ पर जो विश्वास किया है मैं उस पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा और अपना 100 प्रतिशत से भी ज्यादा दूंगा। भारतीय क्रिकेट के लिए मैं जो भी कर सकता हूं वो मैं करूंगा।"

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