मौहम्मद कैफ ने बताया, उन्हें और युवराज सिंह को टेस्ट टीम में क्यों नहीं मिले ज्यादा मौके

मोहम्मद कैफ ने बताया कि उन्हें और युवराज सिंह को टेस्ट मैच खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Wed, 17 Jun 2020 06:20 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jun 2020 06:20 PM (IST)
मौहम्मद कैफ ने बताया, उन्हें और युवराज सिंह को टेस्ट टीम में क्यों नहीं मिले ज्यादा मौके
मौहम्मद कैफ ने बताया, उन्हें और युवराज सिंह को टेस्ट टीम में क्यों नहीं मिले ज्यादा मौके

नई दिल्ली, जेएनएन। मोहम्मद कैफ की कप्तानी में साल 2000 में इंडिया अंडर 19 टीम ने वर्ल्ड कप जीता था। इस टीम में युवराज सिंह भी थे। इस वर्ल्ड कप के बाद इन दोनों क्रिकेटरों को टीम इंडिया में जगह मिली थी, लेकिन कैफ को युवराज से पहले बुलावा आया था। कैफ ने साल 2000 में ही भारत के लिए काफी कम उम्र में टेस्ट डेब्यू किया था और अपने करियर में सिर्फ 13 टेस्ट मैच खेले। 

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर ने एक इंटरव्यू में बताया कि टेस्ट टीम में उनका चयन उनके लिए काफी आश्चर्य करने वाला था। उन्होंने याद करते हुए कहा कि अंडर 19 वर्ल्ड कप से बाद उन्होंने चैलेंजर ट्रॉफी टूर्नामेंट में दो बार अच्छे स्कोर किए। उनकी इस पारी की वजह से ही उनका टीम में चयन किया गया। उन्होंने साउथ  अफ्रीका के खिलाफ साल 2000 में बेंगलुरु में टेस्ट डेब्यू किया था। 

कैफ ने कहा कि मैं अपने चयन से काफी हैरान था। भारत ने पहली बार मेरी कप्तानी में अंडर 19 वर्ल्ड कप खिताब जीता था। इस टीम की खूब चर्चा मीडिया में हुई थी। वहीं चैलेंजर टूर्नामेंट में अंडर 19 टीम के ज्यादातर खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला था। वहीं दो लगातार मैचों में नाइटीज स्कोर बनाए थे और इसके बाद ही टेस्ट टीम के लिए मेरा चयन हुआ। कैफ ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए ये बात कही। 

हालांकि कैफ 19 साल के थे, लेकिन वो इस मौके का ज्यादा फायदा नहीं उठा सके। अपने पहले टेस्ट मैच में उन्होंने 12 और 23 रन की पारी खेली थी। उन्होंने उस मैच में शॉन पोला और एलेन डोनाल्ड जैसे घातक गेंदबाजों का सामना किया था और ये इस युवा बल्लेबाज के लिए काफी मुश्किल मैच था। इस इंटरव्यू के दौरान कैफ ने बताया कि 2000 के दशक में टीम इंडिया में बड़े सुपर स्टार खिलाड़ी थे जिसकी वजह से उन्हें और युवराज को ज्यादा मौके टेस्ट क्रिकेट में नहीं मिले। युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट मैच खेले थे और उन्हें भी टेस्ट में अपनी जगह बनाने का ज्यादा मौके नहीं मिले। 

कैफ ने कहा कि उस वक्त टीम में सचिन, द्रविड़, सहवाग जैसे खिलाड़ी थे, इस वजह से मुझे  और युवराज को ज्यादा टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि युवराज को मुझसे ज्यादा मौके मिले। साल 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में मुझे खेलने का मौका मिला था क्योंकि एक खिलाड़ी इंजर्ड था। मैनें 91 रन बनाए थे, लेकिन बाद में वो खिलाड़ी फिट हो गया और मैं फिर से ड्रॉप कर दिया गया। 

उन्होंने कहा कि वो टीम काफी मजबूत था और इस वजह से मुझे ज्यादा मौके नहीं मिल पाए। कैफ ने भारत के लिए 13 टेस्ट में 32.84 की औसत से 624 रन बनाए थे। वहीं उनका बेस्ट स्कोर 148 रन था जो उन्होंने साल 2006 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाए थे। वहीं 2000 से 2006 के बीच उन्होंने भारत के लिए लगातार वनडे मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 125 मैचों में हिस्सा लिया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2006 में उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला। 

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