इस दिग्गज क्रिकेटर ने अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा
इंग्लैंड के धुरंधर बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने वेस्ट इंडीज दौरे पर अपनी टीम के खराब प्रदर्शन के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। 34 वर्षीय ट्रॉट ने पिछले महीने ही मनोवैज्ञानिक इलाज के बाद इंग्लैंड टीम में वापसी की थी, लेकिन वह वेस्टइंडीज दौरे पर फ्लॉप
नई दिल्ली। इंग्लैंड के धुरंधर बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने वेस्ट इंडीज दौरे पर अपनी टीम के खराब प्रदर्शन के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। 34 वर्षीय ट्रॉट ने पिछले महीने ही मनोवैज्ञानिक इलाज के बाद इंग्लैंड टीम में वापसी की थी, लेकिन वह वेस्टइंडीज दौरे पर फ्लॉप रहे। तीन टेस्ट मैचों में ट्रॉट ने महज 72 रन बनाए और इस दौरान वह तीन बार शून्य पर भी आउट हुए। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से जारी बयान में ट्रॉट ने कहा, 'यह फैसला लेना बहुत मुश्किल था, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं उस स्तर का क्रिकेट खेल पा रहा हूं, जिसकी इंग्लैंड टीम को जरूरत है। मुझे इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी का मौका मिला। मैं इस बात से गौरवान्वित हुआ, लेकिन मुझे बहुत दुख है कि मैं टीम को योगदान नहीं दे सका। टीम को बहुत शुभकामनाएं।
ट्रॉट का क्रिकेट करियर
जोनाथन ट्रॉट ने 52 टेस्ट मैचों में 44.08 की औसत से 3835 रन बनाए हैं। टेस्ट में उन्होंने 9 सेंचुरी और 19 हाफ सेंचुरी लगाई है। इसके अलावा ट्रॉट ने 68 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 51.25 की औसत से 2819 रन बनाए। वनडे में उनके नाम 4 सेंचुरी और 22 हाफ सेंचुरी है। ट्रॉट ने 7 टी-20 मैच भी खेले जिसमें उन्होंने 23 की औसत के 138 रन बनाए।
खेलते रहेंगे काउंटी क्रिकेट
ट्रॉट इंटरनेशनल क्रिकेट भले ही न खेलें, लेकिन वो काउंटी से जुड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अब भी वार्विकशायर की ओर से खेलते हुए टीम की मदद कर पाउंगा। ट्रॉट बीमारी के चलते 2013-14 के एशेज दौरे पर नहीं गए थे, लेकिन तब तक उनका नाम दुनिया के धुरंधर टेस्ट क्रिकेटर्स में शुमार हो चुका था। साउथ अफ्रीका में जन्में ट्रॉट ने 2009 एशेज सिरीज में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था और पहले ही मैच में सेंचुरी जड़कर वह सुर्खियों में आए थे। ट्रॉट 2011 में क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी रहे थे।
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