इस वक्त टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं हार्दिक पांड्या, बताई इसके पीछे की वजह

हार्दिक पांड्या ने बताया कि किस तरह से इस वक्त टेस्ट क्रिकेट खेलना उनके लिए रिस्क से भरा होगा।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Wed, 03 Jun 2020 02:19 PM (IST) Updated:Wed, 03 Jun 2020 02:19 PM (IST)
इस वक्त टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं हार्दिक पांड्या, बताई इसके पीछे की वजह
इस वक्त टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं हार्दिक पांड्या, बताई इसके पीछे की वजह

नई दिल्ली, प्रेट्र। टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या हाल ही में अपनी कमर की इंजरी से उबरे हैं और वो टेस्ट क्रिकेट खेलकर किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। इसके पीछे ये भी वजह है कि उन्हें सिमित ओवर के प्रारूप में अपनी उपयोगिता के बारे में पता है। सितंबर 2018 के बाद से उन्होंने कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। हार्दिक ने भारत के लिए सिर्फ 11 टेस्ट मैच खेले हैं जबकि सिमित ओवरों के फॉर्मेट में वो अपनी जगह लगभग पक्की कर चुके हैं। 

क्रिकबज से बात करते हुए हार्दिक पांड्या ने कहा कि मैं अपने आप को टीम में बैकअप तेज गेंदबाज के तौर पर देखता हूं, लेकिन कमर की सर्जरी के बाद इस वक्त मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना काफी चुनौती भरा होगा। उन्होंने कहा कि अगर मैं सिर्फ टेस्ट क्रिकेटर होता तो इसमें हिस्सा लेता लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि सीमित ओवरों के प्रारूप में मुझे अपनी उपयोगिता पता है।

आपको बता दें कि हार्दिक पंड्या को 2018 में चोट लगी थी जब उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच के दौरान मैदान से स्ट्रेचर से ले जाया गया। उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि मेरा करियर खत्म हो गया क्योंकि मैने कभी किसी को ऐसे स्ट्रेचर पर जाते हुए नहीं देखा। मेरा दर्द कम ही नहीं हो रहा था लेकिन मेरा शरीर तुरंत रिकवरी मोड में चला गया। एशिया कप वैसे भी आराम मिलने से पहले मेरा आखिरी टूर्नमेंट था जिसमें यह चोट लग गई।

पिछले साल एक टीवी शो पर महिला विरोधी बयानबाजी के कारण विवादों से घिरे हार्दिक ने कहा कि उन्होंने इससे काफी सबक सीखा है। उन्होंने कहा कि मैं उस घटना के बाद समझदार हो गया हूं। मैने जिंदगी में गलतियां कीं लेकिन उन्हें स्वीकार भी किया। यदि ऐसा नहीं होता तो मैं एक और टीवी शो कर रहा होता। उन्होंने कहा कि अब मैं उस घटना के बारे में सोचकर परेशान नहीं होता क्योंकि हमने एक परिवार के रूप में उसे स्वीकार कर लिया । मुझे सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि मेरी गलती की सजा मेरे परिवार को भुगतनी पड़ी जो गलत था। 

उन्होंने बताया कि उनके क्रिकेट करियर में एक वक्त ऐसा भी था जब वो दूसरों की बातों का उन पर काफी असर होता था और वो बेचैन हो जाते थे लेकिन अब मैं परिपक्व हो गया हूं और ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि मैंने मुंबई इंडियंस के कोच रिकी पोंटिंग से काफी कुछ सीखा है।  

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